जगदलपुर: अपने सरल स्वभाव और मिलनसार व्यक्तित्व के लिए पहचाने जाने वाले जगदलपुर नगर निगम के महापौर जतिन जयसवाल ने नगरीय निकाय चुनाव से पहले मिसाल पेश की है. महापौर ने अपने पांच साल के कार्यकाल में मिली सैलरी को गरीब बच्चों में बांट दिया है.
महापौर ने 5 साल का पूरा मानदेय 10 लाख रुपये एक अनाथ आश्रम के बच्चों और मूक बाधिर बच्चों को दिया है. ऐसा करने वाले यह छत्तीसगढ़ के पहले महापौर हैं. शुक्रवार को निगम में विशेष आयोजन किया गया था, जिसमें नगर निगम अध्यक्ष, महापौर और एमआईसी के सदस्य मौजूद थे. इस दौरान महापौर जतिन जायसवाल ने निगम अध्यक्ष के समक्ष अपने पूरे 5 साल की मानदेय राशि 10 लाख रुपये शहर में संचालित अनाथ आश्रम, मूक बाधिर आश्रम और गरीब बच्चों को देने का ऐलान कर दिया.
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महापौर ने कहा कि वह शुरू से अपने पूर्वज और परिवार के काम को देखते आ रहे हैं. उनका परिवार हमेशा से निर्धन परिवारों की सहायता करते आया है. उसे देखते हुए उन्होंने भी अपनी पूरी सैलरी गरीबों और जरुरतमंदों को देने का फैसला लिया है. महापौर ने कहा कि उनके इस फैसले पर उनके पूरे परिवार का उन्हें समर्थन और प्यार मिला है.