जगदलपुर: छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. बस्तर में 4 दशकों से नक्सलवाद काबिज है. इन चार दशकों में बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों में कई नक्सली घटनाएं हुई हैं, जिनमें हजारों जवानों की मौत हो गई है. छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद से लगभग 1200 से अधिक जवान शहीद हुए हैं. बस्तर की धरती पर नक्सली मोर्चे में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्र दोरनापाल से जयस साइकिल से भारत यात्रा पर निकला है.
शहीदों को श्रद्धांजलि देने भारत यात्रा पर निकले जयस: भारत यात्रा पर निकले शख्स का नाम जयस मंडल है. जयस से ईटीवी भारत ने बातचीत की. उसने बताया कि, "वे दोरनापाल से सीधे अयोध्या जाएंगे. उसके बाद केदारनाथ, बद्रीनाथ होते हुए वैष्णोदेवी जम्मू पहुंचेंगे. इसके बाद वहां से वापसी के दौरान शिरडी, महाकाल होते हुए वापस दोरनापाल लौटेंगे. जितने भी जवान बस्तर जैसे नक्सली क्षेत्र में शहीद हो जाते हैं. उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना है. सफर के दौरान मिलने वाले लोगों को जानकारी देकर उन्हें भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रेरित करना भी है."
जयस को साइकिलिंग का शौक है. इसी शौक के जरिए वो शहीद हुए वीरो को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे देश की यात्रा पर निकले हैं. जयस के साथ कुछ कपड़े, टैंट और भारत की शान तिरंगा ध्वज है. जहां कहीं भी रात हो जाती है. वे वहीं पर टेंट लगाकर सो जाते हैं. साथ ही जन सहयोग भी लेकर चल रहे हैं. जगह जगह इस युवा का स्वागत किया जा रहा है. उन्हें बधाई भी स्थानीय लोग दे रहे हैं. स्थानीय लोग भी जयस के जज्बे को सलाम कर रहे हैं.