जगदलपुर: बस्तर संभाग के अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के सरकारी आवास का घेराव किया है. इस दौरान सहायक शिक्षकों ने छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ये सभी डीएमएफ मद के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे. इन प्रदर्शनकारी सहायक शिक्षकों ने रविवार को चक्का जाम की चेतावनी दी है.
जगदलपुर में अतिथि शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन: अपनी मांगों के लेकर पिछले कई दिनों से सहायक शिक्षक प्रदेश सरकार का विरोध कर रहे हैं. शनिवार को बस्तर के लोहंडीगुड़ा में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के सरकारी आवास का बस्तर के सैंकड़ों सहायक शिक्षकों ने घेराव किया है. सभी ने राज्य की बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें कि शिक्षकों ने जॉब सिक्योरिटी की मांग सरकार से कर रहे हैं. कुछ समय पहले ही संभाग के अलग-अलग जिलों में 600 से अधिक अतिथि शिक्षकों को सेवा से हटा दिया गया था. बाकी अतिथि शिक्षकों को 30 सितंबर तक का अल्टीमेटम प्रशासन ने दिया है. अथिति शिक्षक कल्याण संघ की मांग है कि उन्हें जॉब सिक्योरिटी दी जाए, जिन शिक्षकों को निकाला गया है उन्हें भी वापस नौकरी में लिया जाए.
प्रदेश भर में हो रही नियमित शिक्षकों की भर्ती के कारण अतिथि शिक्षकों को हटाया जा रहा है. जबकि सुदूर और संवेदनशील इलाकों में अतिथि शिक्षकों ने बेहद कम वेतन में सेवा दी है. इसीलिए शनिवार को शिक्षक संघ ने बस्तर सांसद के कार्यालय का घेराव किया है. रविवार को जगदलपुर के कुम्हडाकोट नेशनल हाइवे को जाम करेंगे. -कोमल कुमार सिन्हा, संभागीय सचिव,अतिथि शिक्षक संघ
शिक्षकों की कमी को पूरा करते हैं अतिथि शिक्षक: ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए ऐसे शिक्षकों की भर्ती की जाती है, जिन्हें समयानुसार या उनके द्वारा ली गईं कक्षाओं के अनुसार वेतन मुहैया कराया जाता है. ऐसे शिक्षक अतिथि शिक्षक कहलाते हैं.