जगदलपुर : 25 मई 2013 को झीरम हमले में कांग्रेस के दिवंगत नेता व बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की आदमकद प्रतिमा का गुरुवार को अनावरण किया गया. शहर के बालाजी वार्ड चौक में बनी इस प्रतिमा का कर्मा परिवार की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनावरण किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम सब दुखी हैं कि इस हमले के दोषियों को आज भी सजा नहीं मिली है. आज भी इस घटना के षड़यंत्रकारियों का पर्दाफाश नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि झीरम हमले के हत्यारों को नहीं बख्शा जाएगा और कांग्रेस सरकार इन षड़यंत्रकारियों को बेनकाब करके रहेगी. इस हमले की जांच एनआईए पिछले 5 सालों से कर रही है, लेकिन इतने सालों अब तक अहम गवाहों का बयान तक दर्ज नहीं करा पाई है. एनआईए पूरी तरह से दबाव में है इसलिए गृह मंत्रालय को राज्य सरकार ने पत्र लिखकर इस हमले से जुड़ी फाइल मांगी थी, लेकिन अभी तक एनआईए ने फाइल हमें नहीं सौंपी है.
एनआईए दबाव में है
बघेल ने कहा कि एनआईए पूरी तरह से दबाव में है, इस वजह से राज्य सरकार को फाइल देने पर आनाकानी कर रही है. इस हमले की जांच को लेकर एसआईटी गठित कर दी गई है और जैसे ही फाइल मिलती है राज्य सरकार अपने तथ्यों के आधार पर इस हमले की जांच में जुट जाएगी. हम एक दिन दोषियों को जरूर सजा दिलाएंगे.
उन्होंने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में नक्सली हमले में मारे गए दंतेवाड़ा के विधायक भीमा मंडावी के परिवार वालों को नहीं बुलाए जाने के सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री का यह अपना विचार है. कायदे से उन्हें तो पुलवामा हमले में शहीद जवानों के परिवार वालों को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया जाना था, लेकिन उन्हें नहीं बुलाया गया यह उनके विवेक पर निर्भर करता है.
पट्टे पर विचार-विमर्श
वहीं अनावरण से पहले वन अधिकार कार्यशाला में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यशाला में वन अधिकार पट्टा अधिनियम के तहत ग्रामीणों को दिए जाने वाले पट्टे पर विचार-विमर्श किया गया. इसके अलावा तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा कई वन अधिकार पट्टाधारियों के पट्टे निरस्त कर दिए हैं. उनके पुनर्मूल्यांकन के आदेश भी अधिकारियों को दिए गए हैं.