जगदलपुर: प्रदेश में चुनाव के लिए भले ही ढाई साल बचे हो लेकिन भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दलों के बीच जुबानी जंग व आरोप प्रत्यारोप की राजनीति जमीनी स्तर पर शुरू हो गई है. मंगलवार को भाजपा के बस्तर संभाग के सभी पूर्व विधायक सांसद, पूर्व मंत्री व कार्यकर्ताओं ने जगदलपुर शहर में कांग्रेस सरकार पर चावल घोटाला का गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा.
भाजपा के पूर्व मंत्री व प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने प्रदेश सरकार पर 400 क्विंटल चावल चोरी के मामले को दबाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित गांव चिंतलनार के पोटाकेबिन का सैकड़ों किलो चावल गायब है. कोरोना काल में पोटाकेबिन में बच्चे तो नहीं थे पर लगातार उस पोटा केबिन के नाम से चावल का आहरण किया गया है. इस बात की सूचना जब स्थानीय लोगों को लगी और वे इसकी शिकायत और FIR र की मांग करने लगे तो उन्हें पुलिस ने भगा दिया. जिसको लेकर आज बस्तर संभाग के सभी भाजपा नेता संभाग मुख्यालय धरना प्रदर्शन में पहुंचे और राज्यपाल के नाम कमिश्नर को ज्ञापन भी सौंपा है.
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बस्तर से रायपुर तक प्रदर्शन की चेतावनी
केदार कश्यप ने कहा कि इसके बाद भी अगर राज्य सरकार इसकी जांच कर आरोपियों को सजा नहीं देती है तो आगे भाजपा बस्तर से लेकर राजधानी तक उग्र प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी. साथ ही केदार कश्यप ने कहा कि सरकार के लोगों के श्रय में चावल घोटाला हुआ है और कांग्रेस अपने लोगों को बचाने का जितना भी प्रयास कर ले वो बचा नहीं पाएगी. भाजपा आदिवासी बच्चों के चावल चोरों को जेल भेजते तक आंदोलन करेगी.
पोटाकेबिन से 400 क्विंटल चावल गायब होने पर भाजपा का प्रदर्शन
कांकेर के सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि पोटाकेबिन से 400 क्विंटल चावल गायब है. लेकिन इस मामले में जिला प्रशासन कांग्रेसियों की शय पर इसकी जांच तक नहीं करा पाई है. ना ही इस मामले में अब तक FIR दर्ज की गई है. सत्ता में बैठे कांग्रेस के नेता अपने लोगों को बचाने के लिए पूरी तरह से मामले को लीपापोती कर रहे हैं. लेकिन जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो जाती और इस मामले में FIR दर्ज नहीं होता तब तक भाजपा आंदोलन करती रहेगी. सड़क से लेकर सदन तक इस मामले को लेकर जाएगी.