बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर दिख रहा है. शुक्रवार शाम से ही बस्तर में मौसम में आए बदलाव की वजह से बूंदाबांदी हो रही है. इसकी वजह से तेज गर्मी से जिलेवासियों को राहत मिली है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 18 घंटे तक मौसम का हाल ऐसा ही रहने वाला है. घने बादलों के साथ बारिश होती रहेगी. बस्तर में 'तौकते' तूफान और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात की वजह से यह बदलाव देखने को मिल रहा है. जिले के मौसम में बारिश के कारण हल्की ठंड महसूस की जा सकती है.
शुक्रवार शाम को हुई जमकर बारिश
जिलेवासियों को दोपहर तक सूरज के तपने से तेज गर्मी का सामना करना पड़ रहा था. शाम को मौसम में आए बदलाव से तेज गर्मी से काफी राहत मिली है. बस्तर में शुक्रवार शाम बिना रुके घंटों बारिश हुई. इससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. बंगाल की खाड़ी के चक्रवात का असर बस्तर जिले के साथ-साथ दंतेवाड़ा, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा और छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी देखने को मिल रहा है.
छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक बस्तर में यह खुशनुमा मौसम अगले 18 से 20 घंटों तक बना रहेगा. इस बीच बारिश के और तेज होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम में तौकते और बंगाल के चक्रवात ज्यादा असर दक्षिण बस्तर में देखने को मिल रहा है.
प्रदेश में दिख सकता है 'यास' का असर
छत्तीसगढ़ में हर साल मई के महीने में तापमान में भारी बढ़ोतरी देखने मिलती थी. अधिकतर जिलों का तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाता था, लेकिन इस बार मौसम के मिजाज थोड़े अलग हैं. जिसका कारण द्रोणिका और चक्रवात का बनना है. प्रदेश में 26 मई को महाचक्रवात 'यास' का भी हल्का असर दिखाई दे सकता है.