जगदलपुर : शहर के CMO कार्यालय में पदस्थ नेत्र सहायक ने भुगतान राशि पर हस्ताक्षर नहीं करने पर DPM (जिला कार्यक्रम प्रबंधक) को पीट दिया, जिसके बाद मारपीट का ये मामला कार्यालय से थाने तक जा पहुंचा. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए नेत्र सहायक को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, DPM अखिलेश शर्मा के कार्यालय में नेत्र सहायक जी नायर कुछ फाइल लेकर पहुंचा. कुछ देर बाद दोनों के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया, देखते ही देखते मामला हाथापाई तक जा पहुंचा और जी नायर ने कुर्सी पर बैठे DPM अखिलेश शर्मा को पीटना शुरू कर दिया.
शोर होने पर अन्य कर्मचारी DPM कक्ष में पहुंचे और नायर को बाहर निकाला. मारपीट के शिकार हुए DPM अखिलेश शर्मा ने बताया कि अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत कुछ भुगतान किए जाने थे, लेकिन नेत्र सहायक ने उनसे भुगतान संबंधी अनुमोदन नहीं लिया था. उनके मना करने पर जी नायर भड़क उठा और उनकी पिटाई कर दी.
अखिलेश शर्मा ने लगाए आरोप
अखिलेश शर्मा का कहना है कि, 'कुछ विभागीय अधिकारी-कर्मचारी गैंग बनाकर काम कर रहे हैं. नायर खुद ही सप्लाई एजेंसी खोलकर विभाग को लूटने में लगा है'. उन्होंने कहा कि, 'फाइल में कुछ कमियां थीं, उसमें भुगतान संबंधी अनुमोदन नहीं लिया गया था'.
उन्होंने कहा कि, 'सभी लोग मिलकर एक गैंग के रूप में स्वास्थ्य विभाग में सक्रिय हैं. विभाग में ये गुंडागर्दी करते हुए आसानी से भुगतान निकालने में कामयाब हो जाते है,. जिसका मैंने विरोध किया. इसी वजह से नेत्र सहायक जी नायर ने मुझ पर हमला किया'.
जी नायर ने लगाए आरोप
इधर जी नायर का कहना है कि, 'मैं काफी वक्त से चेक पर हस्ताक्षर करवाने के लिए डीपीएम के चक्कर काट रहा था, लेकिन DPM साइन नहीं कर रहे थे. इसीलिए आक्रोश मे आकर उनकी पिटाई कर दी'.
फिलहाल बोधघाट पुलिस जी नायर को अपने साथ थाने ले गई है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.