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चीटफंड कंपनियों की प्रापर्टी कुर्क करेगा प्रशासन, पीड़ितों में बांटी जाएगी रकम - collector

सरकार के इस फैसले के बाद अब बस्तर के गरीब और आदिवासियों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है.

चीटफंड कंपनी.
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Published : Jun 23, 2019, 5:16 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: बस्तर में आदिवासियों और गरीबों की मेहनत की कमाई पर डाका डालने वाली चिटफंड कंपनियों पर अब राज्य शासन ने नकेल कसने का फैसला लिया है. इस फैसले के तहत स्थानीय स्तर पर बस्तर में सक्रिय सभी चिटफंड कंपनियों की सूची तैयार की जा रही है. साथ ही साथ पीड़ित लोगों से कंपनियों की जानकारी भी ली जा रही है. सरकार के इस फैसले के बाद अब बस्तर के गरीब और आदिवासियों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है.

न्यूज स्टोरी.

बीते कुछ समय से लगातार बस्तर में चिटफंड कंपनियों द्वारा यहां के लोगों से पैसे लेकर फरार होने की शिकायतें मिल रही थीं. बस्तर के कई स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने पाई-पाई इकट्ठा कर चिटफंड कंपनियों में पैसा जमा किया था. लेकिन जब रकम लौटाने का वक्त आया तो वे कंपनियां अपने दफ्तर बंद कर फरार हो गई. कंपनियों के एजेंट भी अब दिखाई नहीं पड़ते हैं. पीड़ितों ने इन मामलों की कई दफे शिकायत दर्ज कराई. लेकिन अब जाकर पुलिस विभाग हरकत में आयी है.

बस्तर कलेक्टर अयाज तम्बोली बताते हैं कि राज्य शासन के इस फैसले के बाद केवल बस्तर जिले से ही अब तक अलग-अलग चिटफंड कंपनियों के खिलाफ तकरीबन 352 शिकायतें मिल चुकी हैं. इसके आधार पर 6 कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन शिकायतों में सबसे ज्यादा पीएसीएल कंपनी की शिकायतें हैं. इन कंपनियों की सभी प्रॉपर्टी को कुर्क किया जाएगा और उससे मिलने वाली राशि से प्रभावितों को उनका पैसा लौटाया जायेगा.

जगदलपुर: बस्तर में आदिवासियों और गरीबों की मेहनत की कमाई पर डाका डालने वाली चिटफंड कंपनियों पर अब राज्य शासन ने नकेल कसने का फैसला लिया है. इस फैसले के तहत स्थानीय स्तर पर बस्तर में सक्रिय सभी चिटफंड कंपनियों की सूची तैयार की जा रही है. साथ ही साथ पीड़ित लोगों से कंपनियों की जानकारी भी ली जा रही है. सरकार के इस फैसले के बाद अब बस्तर के गरीब और आदिवासियों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है.

न्यूज स्टोरी.

बीते कुछ समय से लगातार बस्तर में चिटफंड कंपनियों द्वारा यहां के लोगों से पैसे लेकर फरार होने की शिकायतें मिल रही थीं. बस्तर के कई स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने पाई-पाई इकट्ठा कर चिटफंड कंपनियों में पैसा जमा किया था. लेकिन जब रकम लौटाने का वक्त आया तो वे कंपनियां अपने दफ्तर बंद कर फरार हो गई. कंपनियों के एजेंट भी अब दिखाई नहीं पड़ते हैं. पीड़ितों ने इन मामलों की कई दफे शिकायत दर्ज कराई. लेकिन अब जाकर पुलिस विभाग हरकत में आयी है.

बस्तर कलेक्टर अयाज तम्बोली बताते हैं कि राज्य शासन के इस फैसले के बाद केवल बस्तर जिले से ही अब तक अलग-अलग चिटफंड कंपनियों के खिलाफ तकरीबन 352 शिकायतें मिल चुकी हैं. इसके आधार पर 6 कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन शिकायतों में सबसे ज्यादा पीएसीएल कंपनी की शिकायतें हैं. इन कंपनियों की सभी प्रॉपर्टी को कुर्क किया जाएगा और उससे मिलने वाली राशि से प्रभावितों को उनका पैसा लौटाया जायेगा.

Intro:जगदलपुर। बस्तर में आदिवसीयो व् गरीबों की मेहनत  की कमाई पर डाका डालने वाली चिटफंड कंपनियों पर अब राज्य शासन ने नकेल कसने का फैसला लिया है।  इस फैसले के तहत स्थानीय स्तर पर बस्तर में सक्रीय सभी चिटफंड कंपनियों की सूची तैयार की जा रही है। और साथ ही साथ जिलास्तर पर उन सभी से इन कंपनियों द्वारा शिकायत भी लिए जा रहे हैं। जिन्होंने  सब्जबाग दिखाकर उनसे पैसे लूट लिए हैं। सरकार के इस फैसले के बाद अब बस्तर के गरीब व् आदिवासियों में भी उम्मीद नजर आ रही है कि शायद अब सरकार उनकी मेहनत से कमाई हुई गाढ़ी कमाई वापस लौटाने में  मदद करेगी। 
 




Body:बस्तर को हमेशा से ही पिछड़ा क्षेत्र माना जाता रहा है और यही वजह है कि यहाँ बाहर से गरीब व् अनपढ़ आदिवासियों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने कई तरह के शोषक वर्ग आते रहे हैं। जिसमे सबसे सीधे तौर पर बड़ा सब्जबाग दिखाकर ग़रीबो की कमाई पर डाका डाला है अनेक चिटफंड कंपनियों ने। बीते कुछ समय से लगातार बस्तर में चिटफंड कंपनियों द्वारा यहाँ के लोगों से पैसे लेकर फरार होने की शिकायतें मिल रही थीं। बस्तर के कई स्थानीय लोगो ने बताया कि उन्होंने पाई पाई इकठ्ठा कर चिटफंड कंपनियों में पैसा जमा किया था पर जब उनके पैसे वापस देने का वक़्त आया तो वे कंपनियां शहर में अपने दफ्तर बंद कर फरार हो गई हैं। साथ ही साथ उस कंपनियों से जुड़े एजेंट भी अब नहीं मिलते।  इससे पहले भी उनके द्वारा थानों में शिकायत की गई थी पर अब तक उनके पैसे वापस मिलेंगे इसकी उम्मीद नजर नहीं आती। चिटफंड कंपनियों पर अब नई सरकार द्वारा कठोर कार्यवाही कर उनके पैसे वापस लौटाने की जानकारी मिलने पर अब ये सभी राहत की साँस ले रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उन्हें उनके पैसे मिल जाएँ। 


Conclusion: चिटफंड कंपनियों पर किये जा रहे कार्यवाही पर बस्तर कलेक्टर अयाज़ तम्बोली ने बताया कि राज्य शासन के इस फैसले के बाद केवल बस्तर जिले से ही अब तक अलग अलग चिटफंड कंपनियों के खिलाफ  लगभग 352 शिकायत मिल चुके हैं।  कुल 6 कंपनियों के खिलाफ अब तक शिकायत मिले हैं जिसमे सबसे ज्यादा पीएसीएल कंपनी के खिलाफ 294 शिकायत प्राप्त हुए हैं। बस्तर कलेक्टर के अनुसार अब अन्य जिलों से भी इन कंपनियों के खिलाफ शिकायत मिल रहे हैं।  जिसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन द्वारा सभी कंपनियों की जानकारी एकत्रित की जा रही है। इन कंपनियों की सभी प्रॉपर्टी को कुर्क किया जायेगा और उससे मिलने वाली राशि से प्रभावितों को उनका पैसा लौटाया जायेगा ।
बाईट1- सुकलाल साहू, स्थानीय
बाईट2- शेखर गोलधर,स्थानीय
बाईट3- अयाज़ तम्बोली , कलेक्टर बस्तर 
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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