जगदलपुर: 5 अक्टूबर की सुबह सरगीपाल से लामनी जाने वाले खपराभट्टी मार्ग से कुछ ग्रामीण गुजर रहे थे. इसी दौरान उन ग्रामीणों की नजर सड़क पर बने एक छोटे पुल के नीचे पड़ी. ग्रामीणों ने पुल के नीचे एक युवक की लाश देखी. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने युवक की लाश को पुल के नीचे से बाहर निकाला. युवक के सिर में गम्भीर चोट के साथ गले में भी निशान मिले थे. पुलिस ने प्रथम दृष्टया ही युवक की हत्या होने की आशंका जाहिर कर दिया था.
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मृतक की शिनाख्त सतवंत सिंह बरार उर्फ मोनू निवासी शांति नगर हाउसिंग बोर्ड के रूप में की हुई थी. इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए बस्तर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर परपा टीआई धनंजय सिन्हा और बोधघाट टीआई लालजी सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. इसके बाद पुलिस की यह टीम तुरंत ही मामले की जांच में जुट गई.
पुलिस टीम को युवक की हत्या से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे. पुलिस ने शक के आधार पर नरविन्दर बाजवा उर्फ गोलू और शेरसिंह उर्फ शिवा सुमेर समेत एक नाबालिग को पकड़कर पूछताछ किया. कड़ी पूछताछ में पकड़े गए युवकों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनकी सतवंत सिंह बरार के साथ काफी पुरानी दोस्ती थी.
कुछ दिनों पहले ही नरविन्दर बाजवा ने सतवंत को 5 हजार रुपये उधार दिया था. लेकिन सतवंत उधार लिए हुए रुपयों को उसे वापस नहीं कर रहा था. 4 अक्टूबर को नरविन्दर बाजवा, शेरसिंह सुमेर और नाबालिक लड़के ने सतवंत को शराब पीने के बहाने सरगीपाल बुलाया. इसी दौरान उधार के रुपयों को लेकर सतवंत का उसके दोस्तों के साथ विवाद शुरू हो गया.
विवाद शुरू होने के बाद नरविन्दर, शेरसिंह और नाबालिक ने सतवंत के सिर पर कैंची और बाइक की चाबी से हमला कर दिया. इसके बाद इन लोगों ने सतवंत की गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद इन आरोपियों ने मृतक की लाश को पुल के नीचे फेंक दिया. जुर्म कबूल करने के बाद पुलिस ने आरोपी नरविन्दर बाजवा उर्फ गोलू (26) निवासी गांधी नगर वार्ड, शेरसिंह सुमेर उर्फ शिवा निवासी पंडरीपानी और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज किया है.