बस्तर:closure of Paddy Purchase Center of Bastar सहकारी समिति के कर्मचारी 26 अक्टूबर से अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. वे मांगें पूरी नहीं होने तक काम पर न लौटने की जिद पर अड़े हैं. हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि अगर हड़ताली कर्मचारी काम पर नहीं आते हैं तो डाटा एंट्री ऑपरेटर धान की खरीदी करेंगे. इसकी मॉनिटरिंग नोडल अधिकारियों को सौंपी गई है. लेकिन जगदलपुर के केंद्रों में ताला जड़ा नजर आ रहा है. Bastar Paddy procurement
धान खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था: जगदलपुर के धान खरीदी केंद्रों में कोई भी व्यवस्था लैम्प के अंदर नहीं की गई है. ना ही तौल कांटा लगाया गया है और ना ही किसी प्रकार की व्यवस्थाएं लैम्प में नजर आ रही है. सरकार और शासकीय कर्मचारियों के बीच की लड़ाई में बस्तर के किसान पीस रहे हैं.Paddy procurement started in Chhattisgarh
धान खरीदी केंद्रों में ताले की जानकारी किसानों को नहीं: अगर किसान धान को लेकर लैम्प्स पहुंचते हैं और ताला जड़ा हुआ मिलता है तो उनकी मुश्किलें और भी बढ़ सकती है. हालांकि बस्तर कलेक्टर का कहना है कि जिस भी खरीदी केंद्रों में ताला जड़ा हुआ है, उसकी जानकारी लेकर तत्काल ही वहां व्यवस्थाएं दुरुस्त करेंगे. किसी भी परिस्थिति में धान खरीदी होगी. इसमें कोई भी बाधा नहीं होगी.Jagdalpur dhan kharidi
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अवैध धान भी बस्तर में है समस्या: बस्तर में धान खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए 72 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई. साथ ही बस्तर संभाग के सभी सीमाई क्षेत्रों में बल की तैनाती की गई है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी (Bastar IG Sundarraj P) ने बताया कि ''जिला प्रशासन के साथ पुलिस भी सीमाई क्षेत्र की निगरानी करती है जिससे कोई अन्य बिचौलियों के द्वारा धान बस्तर ना पहुंचे. बस्तर से लगे सीमाई क्षेत्र के राज्य आंध्रप्रदेश , तेलंगाना , ओड़िशा , महाराष्ट्र से धान की आवक रोकने लिए नाकाबंदी की गई है.''