जगदलपुर: भूपेश सरकार सोमवार को अपने कार्यकाल की तीसरा बजट पेश करने जा रहे हैं. बजट को लेकर सभी वर्गों को काफी उम्मीदें हैं. बस्तर में भी बेरोजगार युवाओं को बजट से लेकर काफी उम्मीदें हैं. युवाओं का कहना है कि बस्तर के लगभग 70 प्रतिशत युवा बेरोजगार बैठे हैं. युवाओं ने कहा कि बजट में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए अहम कदम उठाए जाएं. मुख्यमंत्री युवाओं के रोजगार को लेकर बजट पेश करें.
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युवाओं ने कहा कि बस्तर में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए भी मुख्यमंत्री को खास ध्यान रखना चाहिए. शिक्षा के क्षेत्र में बजट पेश करना चाहिए, ताकि बस्तर के युवाओ को बेहतर शिक्षा मिल सके. बस्तर के शासकीय विभागों में रिक्त पदों में स्थानीय युवाओं का भर्ती करना चाहिए. शिक्षाकर्मी और ज्यादा से ज्यादा प्लेसमेंट के आयोजन करना चाहिए. निजी सेक्टर में भी रिक्त पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कराना चाहिए. ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार का लाभ मिल सके.
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NMDC स्टील प्लांट में स्थानीय लोगों को रोजगार देने की अपील
युवाओं का कहना है कि नगरनार में निर्माणाधीन NMDC स्टील प्लांट में स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बड़े-बड़े दावे तो किए गए थे. अब तक इन दावों पर अमल नहीं हो पाया है. अगर राज्य सरकार एनएमडीसी प्लांट को खरीदती है, तो निश्चित तौर पर स्थानीय लोगों को शैक्षणिकता के आधार पर नौकरी में प्राथमिकता मिलेगी. ऐसे में सरकार इस बजट में बस्तर पर विशेष ध्यान देकर बजट पेश करें. बस्तर के युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाएं.
2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की अपील
इसके अलावा बस्तर में वनोपज के अपार संसाधन हैं. सरकार छोटे-छोटे उद्योग स्थापित कर यहां के युवकों को रोजगार उपलब्ध कराए. युवाओं ने कहा कि सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि सभी बेरोजगार युवाओं को 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. बावजूद इसके इस पर अब तक अमल नहीं हो सका है. स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिला. ऐसे में इस बजट में सभी बातों का ध्यान रखकर मुख्यमंत्री को बजट पेश किया जाना चाहिए.
कनिष्ठ चयन बोर्ड में कमेटी गठन की मांग
युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डेढ़ साल पहले कनिष्ठ चयन बोर्ड की घोषणा की गई थी. अब तक इसका गठन नहीं किया गया है. कमेटी का गठन कर कनिष्ठ चयन बोर्ड के माध्यम से प्लेसमेंट निकाला जाए. बस्तर के युवाओं को रोजगार दिया जाए. इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी एक बेहतर बजट पेश किया जाना चाहिए. ताकि बस्तर का विकास हो सके.
सरकारों ने बस्तर के युवाओं के साथ छलावा किया
युवाओं ने कहा कि हमेशा से ही सरकारों ने बस्तर के युवाओं के साथ छलावा किया है. कोरोना काल में लोगों का साल व्यर्थ हो गया. अब तक प्रदेश में कोरोना का प्रकोप कम नहीं हुआ है. इस बार के बजट से बेरोजगारों को उम्मीद जगी है. अब देखने वाली बात है कि मुख्यमंत्री क्या बेरोजगारों को रोजगार दे पाएंगे या नहीं ?.