जगदलपुर : डिमरापाल कोविड अस्पताल (Dimrapal covid Hospital) में कुछ दिन पहले हुए कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद भड़के परिजनों और डॉक्टरों के बीच मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में अब डॉक्टरों ने वीडियो जारी कर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट (medical protection act) के तहत एफआईआर दर्ज किये जाने की मांग की है. सीसीटीवी में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि मृतक की बेटी ड्यूटी पर तैनात नर्स और स्टॉफ से चप्पलों से मारपीट कर रही है. जगदलपुर मेडिकल कॉलेज(Jagdalpur Medical College) में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पर मारपीट का आरोप लगाते हुए मामले में इंसाफ की मांग को लेकर पत्रकार वार्ता की थी. इस मामले में हॉस्पिटल स्टाफ ने पहले ही परिजनों के खिलाफ FIR दर्ज करवा दिया है.
घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को जब कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब उसकी स्थिति काफी गंभीर थी. ऑक्सीजन लेवल 56 था और काफी हालत बिगड़ रही थी. हॉस्पिटल स्टाफ कई बार वेंटिलेटर में रखने की बात कही गई, लेकिन ऐन वक्त तक मरीज के परिजन वेंटिलेटर के लिए मना करते रहे और इसके बाद आखरी वक्त पर उन्होंने वेंटिलेटर में रखने की हामी भरी. उन्होंने बकायदा लिखकर भी दिया. मरीज की मौत हो जाने से बौखलाए उनके परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात नर्स, वार्ड बॉय और डॉक्टर से गाली-गलौज करते हुए चप्पल से पीटना शुरू कर दिया.
डॉक्टरों को बदनाम करने की कोशिश
डॉक्टरों का कहना है कि मारपीट का पूरा वीडियो कोविड अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. डॉक्टरों का कहना है कि लगातार कोविड अस्पताल के स्टाफ प्रदेश के बाकी जिलों की तुलना में बेहतर काम कर रहे हैं. बस्तर में कोरोना मरीजों के रिकवरी की संख्या भी ज्यादा है ऐसे में उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
- डॉक्टरों ने मांग की है कि मृतक के परिजनों के ऊपर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए.
- स्टॉफ पर चप्पल से मारपीट करने वाले परिजनों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात नर्स मोनिका ठाकुर ने बताया कि मरीज के परिजन पहले से ही स्टाफ से बदतमीजी कर रहे थे. मरीज को बचाने का पूरा प्रयास करने के बावजूद परिजनों ने उनसे बदसलूकी करने के साथ मारपीट भी की. ऐसे में परिजन उल्टे डॉक्टरों पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं. कोरोना मरीज नागेंद्र देवांगन की बीते रविवार को तड़के सुबह हुई मौत के बाद परिजन और हॉस्पिटल स्टाफ दोनों की ओर से हाथापाई हुई और इसमें परिजनों को काफी चोटें भी आई है. घटना के 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी अब तक मामला शांत नहीं हो पाया है.