जगदलपुर: प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू की तरह ही बस्तर में आज प्रायोगिक तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है, जो सफल नजर आ रहा है. जिला प्रशासन ने आज सुबह 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक 18 घंटों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया है.
कर्फ्यू के दौरान आपातकालीन सेवा, एंबुलेंस सेवा, बैंकिंग सेवा, दूध वितरण और पेयजल जैसी जरूरी चीजों को छोड़कर बाकी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दी गई है. बस्तरवासियों के लिए राहत की खबर है कि अब तक यहां कोरोना के एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिले हैं. इसके कारण बस्तर जिले को ग्रीन जोन घोषित किया गया है, लेकिन एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने आज 18 घंटों का कर्फ्यू लगाया है.
छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर सुरक्षा बढ़ी
जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीमा पर चेकिंग के दौरान ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर में मिले कोरोना के लक्षण के बाद उन्हें डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन दोनों की ही जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इस मामले के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है. साथ ही एहतियात के तौर पर आज जिले में संपूर्ण लॉकडाउन किया गया है.
18 घंटे का कर्फ्यू
जिला प्रशासन के लगाए गये इस कर्फ्यू का बस्तरवासी भी पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं. सुबह से ही सभी व्यापारी अपने संस्थानों को बंद रखे हुए हैं और शहर की सारी मुख्य सड़कें सुनसान हैं. वहीं कर्फ्यू का पालन सही तरीके से कराने के लिए पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है.
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बस्तर में एक भी कोरोना मरीज नहीं
बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में इस तरह के कर्फ्यू और भी लगाए जा सकते हैं, प्रायोगिक तौर पर आज 18 घंटों के लिए शहर में कर्फ्यू लगाया गया है. पहले यह कर्फ्यू 2 दिन के लिए लगाया गया था, लेकिन बस्तर कलेक्टर ने कल देर शाम सिर्फ 18 घंटे के लिए ही इस कर्फ्यू को जिले में लागू किया है. वहीं अब तक पूरे बस्तर संभाग के 7 जिलों में कोरोना के 2 हजार 309 संदिग्ध लोगों की जांच की जा चुकी है. राहत भरी बात यह है कि इनमें से एक भी केस पॉजिटिव नहीं आया है..