ETV Bharat / state

शिक्षिका बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, मुखाग्नि देकर पिता का किया अंतिम संस्कार

author img

By

Published : Jun 20, 2020, 10:41 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर शहर में एक बेटी ने पिता को मुखाग्नि देकर मिसाल पेश की है. शनिवार को शहर के मुक्तिधाम में शिक्षिका बेटी ने पिता का अंतिम संस्कार किया.

Daughter cremated her father
मुखाग्नि देती बेटी

जगदलपुर: हिंदू धर्म में किसी की मृत्यु हो जाने पर उसके पुत्र द्वारा ही शव को मुखाग्नि दिए जाने की परंपरा रही है, लेकिन आधुनिक समाज में परंपराएं बदल रही है. अब महिलाएं भी अपने कर्तव्य का निर्वाहन कर रही हैं.

बेटी ने किया अंतिम संस्कार

जगदलपुर: शहर की ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर तालाब का कलेक्टर ने किया निरीक्षण

शहर के महावीर नगर निवासी गौरीशंकर बिसेन जिनकी उम्र 82 वर्ष थी, शुक्रवार की रात उनका निधन हो गया. शनिवार की सुबह बेटी ने मुक्तिधाम में अपने पिता का अंतिम संस्कार उनके शव को मुखाग्नि देकर किया.

बूढ़ा तालाब में नहीं बनेगा लक्ष्मण झूला- महापौर

बेटी ने निभाए सारे रिवाज

पूर्णिमा एक शिक्षिका है. बुजुर्ग पिता उन्हीं के साथ रहा करते थे. कोई भाई न होने के चलते पूर्णिमा ने अपने पिता के लिए एक पुत्र की तरह अंतिम संस्कार की रस्में निभाई. आंखों में आंसू और हाथ में अग्नि लिए पूर्णिमा ने अपने पिता की आत्मा की शांति के लिए वह काम किया जो परंपरागत रूप से मृतक का पुत्र ही करता है. जगदलपुर शहर में पुत्री द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि देने का यह दूसरा मामला सामने आया है.

जगदलपुर: हिंदू धर्म में किसी की मृत्यु हो जाने पर उसके पुत्र द्वारा ही शव को मुखाग्नि दिए जाने की परंपरा रही है, लेकिन आधुनिक समाज में परंपराएं बदल रही है. अब महिलाएं भी अपने कर्तव्य का निर्वाहन कर रही हैं.

बेटी ने किया अंतिम संस्कार

जगदलपुर: शहर की ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर तालाब का कलेक्टर ने किया निरीक्षण

शहर के महावीर नगर निवासी गौरीशंकर बिसेन जिनकी उम्र 82 वर्ष थी, शुक्रवार की रात उनका निधन हो गया. शनिवार की सुबह बेटी ने मुक्तिधाम में अपने पिता का अंतिम संस्कार उनके शव को मुखाग्नि देकर किया.

बूढ़ा तालाब में नहीं बनेगा लक्ष्मण झूला- महापौर

बेटी ने निभाए सारे रिवाज

पूर्णिमा एक शिक्षिका है. बुजुर्ग पिता उन्हीं के साथ रहा करते थे. कोई भाई न होने के चलते पूर्णिमा ने अपने पिता के लिए एक पुत्र की तरह अंतिम संस्कार की रस्में निभाई. आंखों में आंसू और हाथ में अग्नि लिए पूर्णिमा ने अपने पिता की आत्मा की शांति के लिए वह काम किया जो परंपरागत रूप से मृतक का पुत्र ही करता है. जगदलपुर शहर में पुत्री द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि देने का यह दूसरा मामला सामने आया है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.