जगदलपुर:बस्तर के ऐतिहासिक सरोवर दलपत सागर के कायाकल्प के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. पिछले 2 महीनों से निगम प्रशासन और जन सहयोग से तालाब में फैली जलकुंभी को साफ किया गया. करीब 30 एकड़ में जलकुंभी साफ कर ली गई है. नौकायान का मजा भी बस्तरवासियों को कुछ दिनों में मिलने लगेगा. विभिन्न तरह के खेल प्रशिक्षण भी इस तालाब में आयोजित किए जा सकेंगे, साथ ही घाट निर्माण के साथ नाइट चौपाटी और तालाब के चारो ओर परिपथ परिक्रमा की भी शुरुआत जल्द हो जाएगी.दलपत सागर की सफाई व्यवास्था और देख-रेख के लिए दलपत सागर प्रबंधन समिति का गठन किया गया है. बस्तर दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की है.
बस्तरवासियों के मांग के बाद जिला प्रशासन, निगम प्रशासन के प्रयास से तालाब को फिर से पुनर्जीवित करने काम जारी है. इसके लिए डीएमएफटी फंड से 80 लाख रुपये की लागत से एक एक्वेटिक हार्वेस्टर मशीन खरीदी गई है. इस मशीन से तालाब में जलकुंभी हटाने का काम किया जा रहा है.
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पर्यटन स्थल के रूप में किया जा रहा विकसित
इस तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए नए निर्माण कार्य भी किए जा रहे हैं. कुछ दिनों में शहर वासियों को यहां नाइट चौपाटी, परिपथ परिक्रमा, नए घाट का निर्माण, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, स्ट्रीट लाइट, दलपत देव की मूर्ति स्थापना के साथ ही कयाकिंग- कैनोइंग खेल के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी.
प्रबंधन समिति करेगी दलपत सागर की देखरेख
दलपत सागर में इन सभी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए मुख्यमंत्री ने दलपत सागर प्रबंधन समिति की घोषणा की है.निगम आयुक्त ने बताया कि इस समिति में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ दलपत सागर बचाओ मंच के सदस्य, निगम प्रशासन के कुछ कर्मचारी, मछुआ समिति के भी लोगों के साथ विधायक भी समिति के सदस्य होंगे.