बस्तर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 से पहले कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के कार्यकर्ताओं को अपने अपने पाले में करने में जुटे हैं. बस्तर जिले के बोडनपाल में कांग्रेस की एक सभा में 21 भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थामा. इस कार्यक्रम में बस्तर सांसद दीपक बैज और नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप भी मौजूद रहे. नेताओं ने दावा किया की कांग्रेस पार्टी की रीति नीति से प्रभावित होकर भाजपा नेताओं ने पार्टी छोड़ी है. इधर भारतीय जनता पार्टी ने डैमेज कंट्रोल करते हुए कांग्रेस का दामन थामने वाले दो कार्यकर्ताओं को वापस पार्टी में शामिल कर लिया.
जबरन पार्टी में शामिल करवाने का आरोप : भाजपा में वापस लौटे कार्यकर्ताओं का कहना है कि ''सांसद विधायक की मौजूदगी में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने उन्हें जबरन पार्टी में शामिल करवा दिया था. हमें विधायक और सांसद के कार्यक्रम में पहुंचने की जानकारी लगी थी. विधायक और सांसद सभी के होते हैं. लिहाजा भाजपा कार्यकर्ता सभा स्थल में पहुंचे थे. हमें जबर्दस्ती कांग्रेस का गमछा पहनाकर पार्टी ज्वाइन करा दी गई.''
ये भी पढ़ें- कवासी लखमा का विधानसभा चुनाव में कटेगा टिकट
कांग्रेस का दावा जीतेंगे पूरी सीटें : इधर इस पूरे मामले पर बस्तर सांसद दीपक बैज का कहना है कि '' एलडीएम की मीटिंग में कांग्रेस की रीति नीति और विकास से प्रभावित होकर 25 से ज्यादा की संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए. जिससे भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से डरी हुई है. बीजेपी डरा धमका कर लोगों को वापस पार्टी में शामिल कर रही है. इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. नारायणपुर विधानसभा के साथ सभी विधानसभाओं में मजबूती से काम चल रहा है.''