बस्तर: शनिवार को बस्तर के कलेक्टर विजय दयाराम सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर के नक्सलग्रस्त इलाकों में पहुंचे. यहां उन्होंने गांववालों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना. विजय दयाराम चित्रकोट विधानसभा के कलेपाल में पहुंचे. लोगों से मुलाकात की. उनकी परेशानी को सुना. इससे पहले इस इलाके में कोई भी कलेक्टर नहीं पहुंचा था. विजय दयाराम पहले अधिकारी हैं जो इस इलाके में पहुंचे. उनके इस दौरे में बस्तर के एसपी भी साथ में मौजूद थे.
सड़क सुविधाओं की है कमी: सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर के इस बॉर्डर इलाके में सड़क की समस्या सबसे बड़ी समस्या है. कलेपाल में पांच किलोमीटर तर लंबी सड़क को नक्सलियों ने बनने नहीं दिया. बारिश की वजह से कच्ची सड़क पूरी तरह से कीचड़ से भर गई है. यही कारण है कि गांव तक पहुंचने में जिला प्रशासन की टीम को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा. कुछ दूर पैदल चलने के बाद मोटरसाइकिल का भी सहारा लेना पड़ा. जिसके बाद पूरी टीम कलेपाल गांव में पहुंची. यहां कलेक्टर ने जन चौपाल लगाकर समस्याओं पर बात की.
सड़क निर्माण में लाई जाएगी तेजी: कलेक्टर ने गांव वालों से सड़क निर्माण में तेजी लाने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि नक्सल गतिविधियां होने के कारण विकास कार्यों में भी रुकावट आई है. लेकिन जल्द ही सड़क का निर्माण कराया जाएगा.
"प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों को सड़क और पुल पुलिया के लिए फाइल बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं. सड़क के साथ ही अन्य विकास कार्यों को भी गति दी जाएगी. गांव के विकास के लिए मतदान करना अत्यधिक जरूरी है. मतदाता अपने मतों का उपयोग करेंगे तो जनप्रतिनिधि भी विकास कार्यों को गांव तक पहुंचाने के लिए मौजूद रहेंगे. मतदान केंद्र में विशेष शिविर के माध्यम से मतदाता सूची की तैयारी की जा रही है. जिनका नाम छूट गया है. उनके नाम जोड़े जाएंगे"- विजय दयाराम, कलेक्टर, बस्तर
नक्सल प्रभावित क्षेत्र कलेपाल में मतदाताओं की संख्या 400 से अधिक है. इसके बावजूद क्षेत्र के मतदाता मतदान केंद्र नहीं पहुंचते हैं और अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करते हैं. यही कारण है कि बीते 2019 में हुए विधानसभा उपचुनाव में इस क्षेत्र का मतदान प्रतिशत 5 फीसदी था. जिसे देखते हुए बस्तर कलेक्टर ने सभी मतदाताओं से वोट करने के लिए अपील की है. इसके अलावा बस्तर कलेक्टर ने प्राथमिक और माध्यमिक शाला के बच्चों से भी चर्चाएं की है.