जगदलपुर : बस्तर में बर्ड फ्लू के 2 मामलों की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. बस्तर के कलेक्टर रजत बंसल ने कुक्कुट पालक और ढाबा संचालकों की बैठक लेकर कई कड़े निर्देश दिए हैं. बस्तर कलेक्टर ने बर्ड फ्लू को देखते हुए खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. वहीं कलेक्टर ने कुक्कुट पालक और ढाबा संचालकों को निर्देश दिए हैं. यदि किसी भी पक्षी की मृत्यु होती है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दें. इससे बीमारी को फैलने से रोका जा सकेगा.
मुर्गे-मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं
बस्तर कलेक्टर ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के संबंध में चिकन विक्रेता संचालकों की बैठक ली. कलेक्टर ने कहा कि नॉनवेज खाने वालों को इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए. मुर्गे को 70 डिग्री के तापमान में पकाने से इसका वायरस खत्म हो जाता है.
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बर्ड फ्लू से निपटने के लिए संचालकों को दिए निर्देश
कलेक्टर ने चिकन खाने वालों को हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि चिकन को अच्छे से पकाएं. इस बर्ड फ्लू से निपटने के लिए सभी व्यापारियों को खुद तैयार रहना होगा. इससे बचाव के लिए भी व्यवस्था खुद ही करनी होगी. उन्होंने कोरोना से बचाव के भी निर्देश दिए.
भारत में बर्ड फ्लू का पहला मामला 2006 में सामने आया था. मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान से नमूनों के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद चार राज्यों में 12 स्थानों पर एवियन इन्फ्लुएंजा के मामले सामने आए हैं.