जगदलपुर: मसीह समाज ने मौलिक अधिकारों के हनन और धार्मिक आधार पर प्रताड़ित किए जाने के मुद्दे को लेकर मोर्चा खोल दिया है. 8 मार्च को मसीह समाज रैली निकालकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगा. आज मसीह समाज ने जगदलपुर में इस संबंध में प्रेसवार्ता की.
समाज की ये है शिकायत: समाज के कोषाध्यक्ष सुदेश जैकब ने कहा कि "बस्तर संभाग में मसीह समाज के लोगों के ऊपर धर्मांतरण का आरोप लगाकर मारपीट किया जाता है. इसके साथ ही गांव में लोगों का हुक्का पानी बंद करवाया जा रहा है. इसके अलावा मसीह समाज के परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाने पर उनके शव का दाह संस्कार और कफन दफन प्रक्रिया के समय में भी बाधा डाली जाती है. जिसको लेकर पहली बार मसीह समाज सड़क पर उतरेगी और छत्तीसगढ़ सरकार से इनकी रोकथाम के लिए मांग करेगी. हम बस्तर के निवासी हैं. बस्तर में शांति व्यवस्था चाहते हैं. बस्तर में भाईचारे के साथ जीवन जीना चाहते हैं. जिस प्रकार से बस्तर के आदिवासी अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों को मानते आ रहे हैं. वैसे ही मसीह समाज के लोगों को भी रीति रिवाज मानने का अधिकार मिले."
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ऐसे किया जाता है परेशान: मसीह समाज के कोषाध्यक्ष सुदेश जैकब ने आगे कहा कि "ग्रामीण क्षेत्रों के मसीही समाज के लोगों को धार्मिक स्थल (चर्च) और पारिवारिक प्रार्थना में रोक उत्पन्न किया जा रहा है."
बस्तर में चुनावी साल के दौरान धर्मांतरण पर राजनीति तेज होती जा रही है. इस बहाने कई तरह के नियम बनाए जा रहे हैं. जिसका मसीह समाज विरोध कर रहा है. अब देखना होगा कि प्रशासन इसके लिए क्या कदम उठाता है.