जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में राज्य के सबसे बड़े पक्षी विहार का उद्घाटन हुआ है. इस बर्ड पार्क में करीब 450 प्रजाति के पक्षियों को रखा गया है.जिन्हें देश के कोने कोने से लाया गया है. करीब 2 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत से बने इस एवियरी में पक्षियों के देखरेख का पूरा इंतजाम किया गया है.मुख्यमंत्री ने इस एवियरी का लोकार्पण करने के बाद यहां लाये गए पक्षियों को भी देखा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि '' जैव विविधता वाले इस पार्क में पक्षी विहार बनने से बस्तर में निश्चित तौर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. देश-दुनिया से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक अलग-अलग राज्यों लाई गई. इन खूबसूरत पक्षियों को देख सकेंगे. प्रदेश में इंद्रावती टाइगर रिजर्व और कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान और जैव विविधता वाली लामिनी पार्क में प्राकृतिक खूबसूरती देखने को मिलती है. वहीं अब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस पार्क में बनाए गए एवियरी से इस पार्क की खूबसूरती में चार चांद लगेंगे.''
बायोगैस बिजली प्लांट का भी उद्घाटन : पक्षी विहार का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश का पहला बायोगैस से संचालित विद्युत उत्पादन केंद्र का अवलोकन किया. वहीं मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में बायोगैस से संचालित विद्युत उत्पादन केंद्र खोले जाने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि '' बस्तर से इसकी शुरुआत की गई है और आने वाले समय में प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह के बिजली उत्पादन केंद्र खोले जाएंगे.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 1 करोड़ 23 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई नगर निगम वेस्ट कंपोस्ट मशीन का अवलोकन किया. इस मशीन के माध्यम से 15 दिनों के भीतर गीले कचरे को जैविक खाद में बदला जा सकता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जगदलपुर नगर निगम द्वारा शुरू की गई क्यूआर कोड से कचरा संग्रहण के तकनीक की शुरुआत की. क्यूआर कोड से कचरा संग्रहण करने के लिए अभी 6 वार्डों में इसकी शुरुआत की गई है.
गोबर से बिजली उत्पादन करने वाले प्लांट को जल्द पूरा करने के निर्देश : मुख्यमंत्री ने कहा कि ''जगदलपुर में नगर निगम स्वच्छता अभियान से लेकर अन्य योजना में अच्छे से काम कर रही है, वहीं गोबर से बिजली उत्पादन के संयंत्र से निश्चित तौर पर इससे रोजगार मिलने के साथ मवेशी मालिकों को भी अच्छी आय होगी, मुख्यमंत्री ने इस प्लांट के काम को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए.''