जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है. जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम ने भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किए गए शेड्यूल को मीडिया के सामने सार्वजनिक किया है. इस शेड्यूल में प्रारंभिक प्रकाशन, दावा आपत्ति आवेदन, दावा आपत्त्ति का निराकरण और अंतिम प्रकाशन से संबंधित जानकीरी साझा की गई है.
क्या है युनाव आयोग का शेड्यूल: भारत निर्वाचन आयोग के शेड्यूल के अनुसार, दूसरा समर डिवीजन 25 मई से लेकर 23 जून तक चालू है. 02 अगस्त 2023 को प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा. यदि प्रकाशन में त्रुटियां पाई जाती है, तो ऐसी स्थिति में दावा आपत्ति के लिए काम किया जाएगा. इसके साथ ही यदि निर्वाचन सूची में किसी का नाम छूट गया है, किसी का नाम गलत है. ऐसी स्थिति में 12-13 और 19-20 अगस्त 2023 को विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसके बाद दावा आपत्त्ति का निराकरण करके अंतिम प्रकाशन 04 अक्टूबर 2023 को किया जाएगा. उसी आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव बस्तर जिले में संपन्न कराया जाएगा.
"संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या रहेगी जीरो": बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने बताया कि "2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले संवेदनशील रहे मतदान केंद्रों की संख्या इस चुनाव में जीरो रहेगी. यह बस्तर जिले के लिए हर्ष का विषय है. संवेदनशील मतदान केंद्र होने की वजह से मतदान कर्मियों को 2 दिन पूर्व ही मतदान केंद्रों तक एअरलिफ्ट करके पहुंचाया जाता था. मतदानकर्मी 2 दिनों तक मतदान केंद्र में ठहरने के बाद चुनाव संपन्न कराकर वापस लौटते थे."
जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम ने 2023 के विधानसभा चुनाव में ऐसी स्थिति सामने नहीं आने का दावा किया है. मतदान के दिन बस्तर संभाग में अमूमन यह देखा जाता है कि जिलों के अंदरूनी इलाकों में रहने वाले ग्रामीण कई किलोमीटर पैदल सफर तय करके मतदान केंद्रों तक पहुंचते हैं. जिन्हें भारी दिक्कतों का सामना करने के बाद उन्हें मतदान करने का मौका मिलता है. ऐसे ग्रामीणों की दिक्कतों को कम करने के लिए जगदलपुर कलेक्टर ने नए मतदान केंद्र बनाने के लिए निर्वाचन आयोग से बात की है. आयोग की मंजूरी मिलने पर 2 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके ग्रामीण मतदान करने मतदान केंद्र तक पहुंच रहे हैं. ऐसे स्थानों को चयनित करके उनके करीब ही नए मतदान केंद्र बनाया जाएगा. ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो.