जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में कुल 12 विधानसभा सीटें हैं. फिलहाल इन 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. ये संभाग चुनावी दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. कहते हैं कि जिस पार्टी ने बस्तर संभाग को जीता वो पूरे छत्तीसगढ़ पर जीत हासिल करता है. क्योंकि प्रदेश की सियासत का रास्ता इसी संभाग से होकर जाता है. इसी संभाग का एक सीट है चित्रकोट विधानसभा सीट. साल 2003 में ये केशलूर विधानसभा के नाम से जाना जाता था. साल 2008 में इस सीट का नाम चित्रकोट पड़ गया. चित्रकोट विधानसभा सीट पर आदिवासियों की संख्या अधिक है. इस सीट पर कांग्रेस के राजमन बेंजाम विधायक हैं. पिछले 10 साल से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
बस्तर सांसद बैज को टक्कर देंगे विनायक जायसवाल: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए चित्रकूट विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा है. कांग्रेस ने बस्तर सांसद और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को जगदलपुर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं भाजपा ने भी विनायक जायसवाल को जगदलपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है.
चित्रकोट विधानसभा सीट को जानिए: चित्रकोट विधानसभा सीट आदिवासियों के लिए आरक्षित है. इस सीट पर 60 फीसद अनुसूचित जनजाति, 30 फीसद अनुसूचित जाति और 10 फीसद सामान्य वर्ग के लोग हैं. माड़िया और मुरिया जाति दोनों ही अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत आते हैं. इनकी संख्या यहां सबसे अधिक है. माड़िया और मुरिया जाति के लोगों की संख्या सबसे अधिक होने के कारण सभी पार्टियों का फोकस चुनाव के दौरान इनके ऊपर रहता है. साल 2019 के उपचुनाव में मुरिया जाति के लच्छू राम कश्यप को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं, कांग्रेस ने माड़िया जाति के राजमन बेंजाम को उम्मीदवार बनाया था. राजमन बेंजाम यहां से विधायक हैं.
क्या हैं मुद्दे और समस्याएं: चित्रकोट विधानसभा का मुख्य मुद्दा मूलभूत समस्या है. इस विधानसभा के अंदरूनी इलाकों के ग्रामीण आज भी झरिया का पानी पीने को मजबूर हैं. इसके अलावा सड़क पुल पुलिया भी इस विधानसभा में मुद्दा बना हुआ है. साथ ही बेरोजगारी की समस्या भी यहां बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा बोधघाट बांध परियोजना भी क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा है. हालांकि बोधघाट परियोजना को बंद करने का फैसला राज्य सरकार की ओर से लिया गया है. लेकिन इसके बदले किसानों को सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने के लिए चित्रकोट वाटरफॉल के नीचे मटनार बैराज बनाने की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है. 700 करोड़ रु के इस प्रोजेक्ट से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. साथ ही यहां के ग्रामीण इस पानी में मछली पालन भी कर सकेंगे और बिजली उत्पादन भी हो सकेगा. इस चुनाव में मटनार बैराज कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.
साल 2019 उप-चुनाव की कैसी रही तस्वीर:साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस के प्रत्याशी दीपक बैज को 62616 वोट मिले थे. वहीं भाजपा के प्रत्याशी लच्छू राम कश्यप को 44846 वोट मिले थे. हालांकि साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में चित्रकोट विधानसभा से विधायक दीपक बैज को बस्तर सांसद के चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट दे दिया था. इसके बाद साल 2019 में चित्रकोट विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ. इसमें कांग्रेस के प्रत्याशी राजमन बेंजाम ने जीत हासिल की. राजमन बेंजाम को 62097 वोट मिले थे. वहीं, भाजपा के प्रत्याशी लच्छू राम कश्यप को 44235 वोट मिले थे.कांग्रेस को 37 फीसद वोट मिले थे. जबकि भाजपा को 26 फीसद वोट मिले.
भतरा, माड़िया और मुरिया समाज विनिंग फैक्टर: चित्रकोट विधानसभा सीट आदिवासियों के लिए आरक्षित है. इस विधानसभा सीट पर माड़िया जाति और मुरिया जाति के लोगों की संख्या सबसे अधिक है. इसके अलावा माहरा, सुंडी, राउत और अन्य समाज के लोग शामिल हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार माड़िया समाज और भाजपा के उम्मीदवार मुरिया समाज से थे. इस विधानसभा में कांग्रेस बीते 10 सालों में माड़िया समाज के लोगों को अपना उम्मीदवार बना रही है. वहीं, भाजपा छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बनने के बाद और उससे पहले भी मुरिया समाज के लोगों को अपना उम्मीदवार बना रही है. बीते चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार राजमन बेंजाम को समाज के लोगों ने समर्थन दिया था. बीते 10 सालों से इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा बना हुआ.