जगदलपुर: नगर निगम में गुरुवार को हंगामे के बीच जगदलपुर महापौर सफिरा साहू ने 2021-22 के लिए बजट पेश किया. इस बजट को महापौर समेत कांग्रेस पार्षदों ने सपनों का बजट बताया है. जबकि विपक्ष ने पेश किए गए बजट को पिछले बजट की कॉपी बताया है और कहा है कि इसमें राज्य सरकार की योजनाओं को गायब किया गया है.
इस बजट सत्र के दौरान डस्टबिन का मुद्दा भी छाया रहा. विपक्ष ने इसकी खरीदी में लाखों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. साथ ही नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे पर महापौर ने अपने साथी को टेंडर दिलाने का आरोप लगाया. बजट को लेकर महापौर ने कहा कि दलपत सागर और गंगामुंडा तालाब का कायाकल्प करने के साथ ही इस बजट में शहर के सौंदर्यीकरण और नई सड़कों, नाली, पुल पर विशेष ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से इस बजट में किसी तरह की पैसों की कमी नहीं होगी और सभी विकास काम गुणवत्ता को ध्यान में रखकर कराए जाएंगे.
शहरवासियों पर नहीं डाला गया किसी तरह का बोझ
महापौर सफिरा साहू ने कहा कि शहरवासियों पर किसी तरह का कोई टैक्स का बोझ नहीं डाला गया है. उन्हें इसे चुकाने के लिए पूरा समय दिया गया है. इसके अलावा महापौर ने डस्टबिन खरीदी पर भ्रष्टाचार के सवाल पर कहा कि राज्य शासन द्वारा यह डस्टबिन नगर निगम को प्रदान की गई है और शासन द्वारा ही डस्टबिन का मूल्य तय किया गया है. ऐसे में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार है. उन्होंने आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे के ही खास आदमी को डस्टबिन का टेंडर मिला हुआ है. बावजूद इसके नेता प्रतिपक्ष भ्रष्टाचार के झूठा आरोप लगा रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी पार्षद दल ने बजट का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस बहुमत के बल पर काम कर रही है और विपक्ष के साथ चर्चा न कर लोकतांत्रिक अधिकार का हनन कर रही है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस निगम में लगातार घोटाले कर रही है और 2200 रुपए के डस्टबिन को 7 हजार में खरीद कर जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रही है.