बस्तर: छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव है. कुछ ही दिनों बाद आचार संहिता लागू हो जाएगी. इसे लेकर चुनाव आयोग ने भी गाइडलाइंस जारी कर दिया है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के नक्सलगढ़ में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना बड़ी चुनौती है. इस चुनौती का सामना इस बार महिला कमांडो करेंगी. दरअसल, बस्तर में महिला कमांडो को चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों में तैनात किया जाएगा. यानी कि बस्तर की महिला फाइटर को चुनाव में सुरक्षा की कमान सौंपी जाएगी.
ये महिला कमांडो होंगी शामिल: इन महिला कमांडो की भूमिका आगामी विधानसभा चुनाव में काफी महत्वपूर्ण रहेगी. क्योंकि बस्तर में तैनात सैकड़ों महिला कमांडो मतदान केंद्रों की सुरक्षा करेंगी. साथ ही पोलिंग पार्टी को मतदान केंद्रों तक पहुंचाएंगी. इन महिला कमांडो में बस्तर फाइटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, दुर्गा फाइटर्स, जिलाबल की महिला कमांडो शामिल है. इसके साथ ही सीआरपीएफ बस्तरिया बटालियन, डीआरजी की महिला जवान भी इसमें शामिल होंगी. इन महिला जवानों की संख्या एक हजार के आसपास बताई जा रही है.
मतदान के दौरान सुरक्षा में महिला जवानों का होगा योगदान: बस्तर आईजी ने इस बारे में बताया कि, "नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुरुष के साथ ही महिला कमांडो को भी अंदरूनी इलाकों में भेजा जाता है. जहां की महिलाएं और युवतियां महिला कमांडो को देखकर अपने आप को सुरक्षित महसूस करती हैं. अपनी समस्या को भी महिला कमांडो तक रखती हैं, जिसके बाद कमांडो की ओर उसे जिला प्रशासन तक पहुंचाया जाता है. इस तरह महिला कमांडो बस्तर संभाग में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में अलग-अलग नाम से कमांडो काम कर रहीं है. बस्तर फाइटर्स, दंतेश्वरी फाइटर्स, दुर्गा फाइटर्स, जिलाबल में महिला बल तैनात है. जिनकी आने वाले दिनों में बस्तर में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. बस्तर संभाग के अलग अलग जिलों में मतदान में भी इनका खास योगदान रहेगा."
बस्तर संभाग के सभी जिलों में पुरूष जवानों के साथ महिला कमांडो भी कंधे से कंधा मिलाकर नक्सलियों से लोहा ले रही हैं. साथ ही अन्य पुलिसिंग में भी लगातार अपना योगदान दे रही हैं. बीते दिनों बस्तर फाईटर्स में भी बड़ी संख्या में महिलाओं को नियुक्त किया गया है. आने वाले दिनों में चुनाव में भी इनकी अहम भूमिका रहेगी.इसे लेकर महिला जवानों को खास ट्रेनिंग भी दी गई है.महिला बल भी भूमिका होने से क्षेत्र में पुलिस और जनता के बीच की दूरी भी कम हो रही है. -सुन्दराज पी, बस्तर आईजी
बता दें कि बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में महिला कमांडो को तैनात किया गया है. साथ ही सीआरपीएफ की ओर से भी बस्तरिया बटालियन की तैनाती बस्तर में की गई है. ताकि चुनाव के दौरान नक्सलवाद से निपटने में आसानी हो. सैकड़ों महिला कमांडो बस्तर के विभिन्न जिलों में तैनात हैं. जो कि बस्तर से ही है, जिन्हें स्थानीय बोली-भाषा का ज्ञान है. ये महिला कमांडो बस्तर में नक्सली और अन्य पुलिसिंग काम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.