जगदलपुर: जिले में कोरोना संक्रमण के हालात को देखते हुए फिलहाल बस्तर संभाग में एक महीने का लॉकडाउन जारी है. संभाग में पिछले 10 दिन से कोरोना संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट तेजी से बढ़ी है. ऐसे में बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने व्यापार करने के लिए आंशिक छूट की मांग की है. बस्तर चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने 6 घंटे व्यापार की इजाजत मांगी है. बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर लॉकडाउन के दौरान हो रही समस्या से अवगत कराया.
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संक्रमण की रफ्तार कम, इसलिए मिले अनुमति
बस्तर चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारख (Bastar Chamber of Commerce President Kishore Parakh) ने कहा कि एक महीने के लिए लॉकडाउन लागू है. बस्तर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है. लिहाजा प्रशासन को बस्तर में व्यापार करने की अब छूट देनी चाहिए. हमने शासन-प्रशासन से पहले भी व्यापार को सीमित सीमा के अंदर खोलने की मांग की थी. इसे लेकर आंदोलन भी किया था. 24 घंटे में 6 घंटे व्यापार की अनुमति मिलनी चाहिए. 18 घंटे लॉकडाउन हो. हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि लॉकडाउन में भी हमें बैंक का ब्याज, कर्मियों को सैलरी देनी पड़ रही है. इसके कारण हमारे व्यापारियों के ऊपर काफी आर्थिक दबाव है. पिछले साले हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाई थी. अब इस साल भी लॉकडाउन के कारण व्यापारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं.
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'दुकानों में पड़े स्टॉक के खराब होने का डर'
लॉकडाउन के लगभग 32 दिन पूरे होने जा रहे हैं. बस्तर संभाग की आर्थिक गतिविधियाँ पूरी तरह से बंद है. बदलते मौसम के कारण भी दुकानों में पड़े स्टॉक के खराब होने का डर बना हुआ है. वर्तमान में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की छूट नाकाफी है. अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना रोकथाम के साथ साथ समांतर रूप से आर्थिक गतिविधियां चलती रहे. इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है. पहले की अपेक्षा आज बस्तर बेहतर स्थिति में है. ऐसे में समय सीमा के साथ व्यापार संचालन की अनुमति उन्हें दी जाए.