जगदलपुर: बस्तर कमिश्नर जी आर चुरेंद्र ने संभाग में चल रहे विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक ली. इस बैठक में बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज, कांकेर डीआईजी संजीव शुक्ला समेत सातों जिलों के कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ और वन विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे विकासार्यों को लेकर समीक्षा की गई. साथ ही कमिश्नर ने ग्रामीण अंचलों में सारी मूलभूत सुविधा पहुंचाने के लिए भी इस बैठक के जरिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. इसके अलावा पंचायती संस्थाओं और ग्राम सभाओं को और ज्यादा मजबूत किए जाने पर जोर देने को भी कहा.
बस्तर कमिश्नर ने नए उत्साह के साथ नक्सल प्रभावित दुर्गम क्षेत्रों तक विकासकार्यों को पहुंचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग में अत्यंत दुर्गम क्षेत्र है. जहां सड़क, बिजली और दूरसंचार की सुविधाएं पहुंचाना जरूरी है. जिससे उन अंचल के ग्रामीण भी विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ सके. उन्होंने पंचायती संस्थाओं और ग्राम सभाओं को और ज्यादा मजबूत किए जाने पर जोर दिया. अधिकारियों और कर्मचारियों को लगातार ग्रामीण अंचलों में पहुंचने और ग्रामीणों से लगातार संवाद बनाए रखने को कहा.
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कृषि, वनोपज से आर्थिक लाभ पहुंचाने के निर्देश
कमिश्नर ने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों तक शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए सड़कों के जल्द निर्माण पर जोर दें. स्थानीय अर्थव्यवस्था में स्थानीय लोगों की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता सुनिश्चित करें. इसके लिए उन्होंने ग्रामीणों को कृषि और वनोपज से संबंधित कार्यों में जोड़ने की जरुरत बताई.
करीब 2 घंटे तक चली बैठक
संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में संभाग में संचालित विकास कार्यों के साथ ही कानून व्यवस्था, धान खरीदी, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों के विकास, लघु वनोपज, मनरेगा आदि विषयों पर भी विस्तृत समीक्षा की गई. यह बैठक करीब 2 घंटे तक चली.