जगदलपुर: डिमरापाल जिला अस्पताल (dimrapal district hospital jagdalpur) में शनिवार रात जमकर बवाल हुआ. यहां कोविड वार्ड (covid ward) में भर्ती एक कोरोना संक्रमित मरीज (corona infected patient) की मौत के बाद परिजनों हंगामा किया. हॉस्पिटल स्टाफ के बीच जमकर विवाद हाथापाई की नौबत तक आ गई. परिजनों और हॉस्पिटल स्टाफ ने एक दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. वहीं बवाल के बाद हॉस्पिटल स्टाफ ने मृतक के परिजनों पर एफआईआर दर्ज कराया है. मृतक के परिजनों ने हॉस्पिटल स्टॉफ की लापरवाही की वजह से उनके परिजन की मौत होना बताया है. इस पूरी घटना में कोविड वार्ड में भी तोड़फोड़ करने की बात भी सामने आई है.
डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप
शनिवार रात डिमरापाल जिला अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. यहां कोरोना संक्रमित मरीज की मौत बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इस दौरान डॉक्टरों, हॉस्पिटल स्टाफ से विवाद भी हुआ. मृतक के बेटी जाह्नवी ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके पिता नागेंद्र देवांगन को डिमरापाल अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन पिछले 2 दिनों से उनके पिता की हालत बिगड़ती जा रही थी. इस दौरान ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स, वार्ड बॉय और डॉक्टर से इलाज के लिए गुहार लगा रहे थे. मृतक के बेटी का आरोप है कि ऑक्सीजन लेवल हाई होने के बावजूद ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने टालमटोल किया है. उनके पिता को सीरियस कंडीशन होने के बावजूद भी ध्यान नहीं दिया गया. परिजन लगातार स्टाफ नर्स और डॉक्टर से ऑक्सीजन लेवल हाई होने की वजह से इलाज के लिए गुहार लगा रहे थे. इसके बावजूद भी ड्यूटी पर तैनात नर्स और डॉक्टर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. जिसके चलते रविवार सुबह उनके पिता की मौत हो गई.
सप्ताह भर पहले मां और दादी की हुई थी मौत
मृतक की बेटी जाह्नवी देवांगन ने बताया कि सप्ताह भर पहले ही उनकी मम्मी और दादी की भी कोरोना से मौत हो गई थी. वहीं अब हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से उनके पिता की भी जान चली गई. पिता की मौत के बाद नाराज परिजनों का ड्यूटी पर तैनात नर्स से कहासुनी हो गई. विवाद इतना बढ़ गया कि स्टाफ नर्स ने अपने सीनियर डॉक्टर को यह आपबीती बताई. मृतक की बेटी का आरोप है कि हॉस्पिटल स्टाफ ने उनके साथ, उनके भाई, जीजा और दीदी के साथ मारपीट की. यह भी आरोप लगाया है कि देर रात उनके पिता के शव को बंधक बनाकर अस्पताल स्टाफ ने रखा. शव को एक कमरे में बंद कर दिया गया.
कोरिया में इलाज न मिलने से कोरोना संक्रमित की हुई मौत, परिजनों ने लापरवाही का लगाया आरोप
गंभीर हालत में मरीज को कराया गया था भर्ती- डॉक्टर
इधर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर का कहना है कि मरीज नागेंद्र देवांगन को पहले से ही काफी सीरियस कंडीशन में कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था. परिजनों के लेटलतीफी की वजह से मरीज की तबीयत काफी बिगड़ गई थी. बावजूद इसके हॉस्पिटल स्टाफ ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन रविवार तड़के उनकी मौत हो गई. अपने पिता के मौत से नाराज मृतक के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स से हाथापाई की, जिसके बाद उन्होंने कोविड वार्ड में तोड़फोड़ भी की, जिससे विवाद बढ़ गया. दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. डॉक्टर ने कहा कि परिजनों ने स्टाफ के साथ काफी बदतमीजी की और हाथ भी उठाया.
परिजनों के खिलाफ अस्पताल स्टाफ ने दर्ज कराया मामला
विवाद बढ़ने के बाद रविवार सुबह कोविड वार्ड में तैनात सभी हॉस्पिटल कर्मचारी परपा थाना पहुंच गए. उन्होंने मृतक के परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इधर एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे हॉस्पिटल कर्मचारी लगभग 3 घंटे तक ड्यूटी छोड़ थाने के बाहर खड़े रहे. परपा पुलिस ने मृतक के परिजनों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है. सीएसपी का कहना है कि मामले की जांच जारी है.