जगदलपुर: बस्तर को नया एयरपोर्ट मिल सकता है. जिला प्रशासन ने नए एयरपोर्ट के लिए जमीन तय करते हुए इसकी रूपरेखा भी तैयार कर ली है. बस्तर में उड़ान सेवा के तहत जगदलपुर एयरपोर्ट फिलहाल 2सी लाइसेंस के साथ संचालित हो रहा है. यह एयरपोर्ट 3सी लाइसेंस के मानकों को पूरा नहीं करता है. बस्तर में बढ़ती जरूरत और व्यापारिक दृष्टिकोण से भविष्य में बस्तर से हवाई सेवा का विस्तार होना तय है. ऐसे में 3सी लाइसेंस वाले बड़े एयरपोर्ट की जरूरत पड़ेगी. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने जमीन का चयन भी कर लिया है.
बस्तर में तैयार होने वाला नया एयरपोर्ट शहर से 19 किलोमीटर की दूरी पर बकावंड ब्लॉक के उलनार में होगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने 250 हेक्टेयर जमीन चुन ली है. एयरपोर्ट की सीमा में आने वाली 229 हेक्टेयर सरकारी और 21 हेक्टेयर जमीन निजी है. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल के अनुसार नया एयरपोर्ट डीजीसीए के सारे मानकों को पूरा करेगा, यानी इस एयरपोर्ट में 3 सी लाइसेंस के साथ हवाई सेवा का संचालन हो पाएगा.
एयरपोर्ट के अंदर इतनी जगह होगी कि यहां 3 किलोमीटर लंबा और 200 मीटर चौड़ा रनवे बन सकेगा.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक बड़ी टर्मिनल बिल्डिंग भी बन पाएगी. यहां बोइंग ए श्रेणी के विमान भी आसानी से लैंड कर पाएंगे.
एयरपोर्ट उलनार से बजावंड तक तारापुर और सीतापुर के बीच वृस्तित होगा.
इस बीच की जमीन समतल है जो कि एयरपोर्ट के लिए माकूल है. प्रशासन ने इसके लिए मार्च के आसपास ही सर्वे करवा लिया था और अपर कलेक्टर ने राजस्व अमले के साथ जमीन का अवलोकन कर जिला कलेक्टर को रिपोर्ट भी सौंपी है.
पुराने एयरपोर्ट पर सुविधाओं का विस्तार होता रहेगा: कलेक्टर
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने कहा कि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए नए एयरपोर्ट का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने तैयार किया है, साथ ही जब तक नया एयरपोर्ट नहीं बनता वर्तमान एयरपोर्ट में भी यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए काम जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि नगरनार स्टील प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है और इसकी शुरुआत अगले साल तक संभव है. ऐसे में अगर नया एयरपोर्ट बनता है तो इसका सीधा फायदा प्लांट को भी होगा.
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हवाई सुविधा बढ़ेगी
प्लांट से इसकी दूरी 9 किलोमीटर होगी साथ ही प्लांट के अधिकारियों को हैदराबाद और विशाखापट्टनम की हवाई सेवा के लिए रायपुर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. नगरनार के साथ ही एयरपोर्ट ओडिशा के करीब भी होगा तो ऐसे में ओडिशा के लोगों की भी निर्भरता बस्तर में बढ़ जाएगी. इससे बस्तर में लोगों का रोजगार भी बढ़ सकेगा. इधर स्थानीय लोगों ने भी जिला प्रशासन के इस पहल का स्वागत किया है. लोगों को कहना है कि निश्चित रूप से नया एयरपोर्ट बनने से बाकी बड़े शहरों के लिए गवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी और बस्तर वासियों को भी इसका लाभ मिलेगा