जगदलपुर: दिवाली का त्यौहार नजदीक आते ही जगदलपुर शहर में भी पटाखों का बाजार सज चुका है. कोरोना काल के बाद इस साल बड़ी संख्या में पटाखा व्यापारियों की तरफ से स्टॉल लगाए गए हैं. डेढ़ साल पहले शहर के गोलबाजार में मौजूद पटाखा गोडाउन में बड़ा हादसा होने के बाद इस वर्ष सतर्कता बरतते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम पटाखा दुकानों में आग से बचाव के लिए जरूरी संसाधनों की जांच करने निकली हुई है. टीम ने शहर के बड़े पटाखा गोदामों के साथ लालबाग मैदान में लगाए गए पटाखा दुकानों में भी पहुंचे. जहां दो फटाका दुकानों के संचालकों पर चालानी कार्रवाई की गई.
टीम ने किया निरीक्षण
डेढ़ साल पहले शहर के बीचो बीच बड़े हादसे के बाद जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. टीम ने सख्ती बरतते हुए सभी पटाखा व्यवसायियों के पास लाइसेंस और उनके गोदाम में आग पर काबू पाने के लिए जरूरी संसाधन के होने जैसे दिशा निर्देश जारी किए हैं. दिवाली पर्व के नजदीक आते ही इन नियमों का पालन पटाखा व्यवसायियों की तरफ से किया जा रहा है या नहीं. इसकी जांच करने जिला और पुलिस प्रशासन की टीम ने निरीक्षण किया.
पिछले हादसे से लिया सबक
पटाखा दुकानों की जांच के लिए निकले टीम के सदस्य और जगदलपुर एसडीएम ने बताया कि दिवाली त्योहार के दौरान बड़ी मात्रा में पटाखे फोड़े जाते हैं और पटाखों का व्यापार भी बड़ी मात्रा में होता है लेकिन पिछले वर्ष जिस तरह से शहर के गोल बाजार में स्थित पटाखा गोदाम में आगजनी की घटना हुई थी. उसके बाद से जिला प्रशासन सबक लेते हुए सभी शहर के पटाखा गोदामों के साथ ही लालबाग मैदान में लगी पटाखा बाजार में भी जांच कर रही है. इस दौरान देखा जा रहा है कि किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पटाखा दुकानों में जरूरी संसाधन है या नहीं.
समझाइश के साथ की गई चालानी कार्रवाई
एसडीएम दिनेश नाग ने बताया कि सभी पटाखा दुकानों में फायर सेफ्टी रखना अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा पानी के साथ ही सीमित मात्रा में पटाखे रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि नियम से अधिक मात्रा में पटाखे रखने वाले व्यवसायियों पर चालानी कार्रवाई करने के साथ ही उनके लाइसेंस रद्द करने का भी प्रावधान है.
फिलहाल जांच के दौरान दो पटाखा व्यवसायियों पर चालानी कार्रवाई की गई है और जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि अगर पटाखा व्यवसायियों की ओर से नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो उनके लाइसेंस रद्द करने की भी कार्रवाई की जा सकती है.