जगदलपुर: शहर के डिमरापाल स्थित महेंद्र कर्मा स्मृति मेडिकल कॉलेज में फिर रैगिंग का मामला गूंजने लगा है. बीते 8 अगस्त को सीनियर छात्रों द्वारा कॉलेज के जूनियर छात्रों की रैगिंग की गई. रात 2 बजे जूनियर छात्रों के कमरे में घुसकर गाली गलौज और मारपीट की गई. छात्रों ने लिखित में इस बात की शिकायत स्थानीय प्रबंधन से करने के बजाय ऑनलाइन सीधे दिल्ली में इसकी शिकायत कर दी. दिल्ली में रैगिंग के निवारण के लिए बनाई गई एंटी रैगिंग कमेटी ने कॉलेज के डीन को पत्र लिखकर मामले में रिपोर्ट तलब की. जिसके बाद कॉलेज से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर 7 सीनियर छात्रों को 1 साल के लिए मेडिकल कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है.
निलंबित किए गए छात्रों में यह वह छात्र हैं जिनके बारे में लिखित 62 जूनियर छात्रों ने गंभीर तरीके से रैगिंग करने के आरोप लगाए थे. घटना के बाद से स्थानीय प्रबंधन और स्थानीय स्तर पर मेडिकल कॉलेज में गठित रैगिंग कमेटी पर भी सवाल उठने लगे हैं. जिन्हें इस बात की भनक तक नहीं लगी और यह पूरा घटनाक्रम हुआ. मेडिकल कॉलेज के डीन का कहना है कि उन्हें जैसे ही इसकी जानकारी लगी और एंटी रैगिंग कमेटी के द्वारा पत्र मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से कॉलेज के 7 सीनियर छात्रों को निलंबित किया गया है. डीन ने बताया कि जूनियर छात्रों ने अपने साथ हुए रैगिंग की शिकायत सीधे एंटी रैगिंग कमिटी दिल्ली हेड ऑफिस में की.
गौरतलब है कि डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार रैगिंग की शिकायत हो चुकी है, लेकिन प्रबंधन हर बार रैगिंग के पूरे मामले को जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डालकर इसे खत्म कर देता है. इससे पहले भी एक छात्र ने मारपीट और पुस्तक फाड़ने और एक छात्र ने अभद्र व्यवहार करने जैसी शिकायत की थी. लेकिन इन मामलों में कोई कार्रवाई किसी के खिलाफ नहीं हो पाई है. फिलहाल इस मामले में कार्रवाई होने के बाद जूनियर छात्रों में खुशी है.