जगदलपुर: दरभा ब्लॉक के मगनार, चिड़पाल और कामानार गांव से मजदूरी करने तेलांगना गए थे. वहीं लॉकडाउन में 70 में से 27 मजदूर फंसे हुए थे. जिसके बाद गुरुवार की सुबह वापस दरभा पहुंच गए हैं. इन मजदूरों ने लगभग 400 किलोमीटर पैदल ही तेलंगाना से सफर तय किया और 3 दिनों के बाद वापस अपने गांव पहुंचे.
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ग्रामीणों ने बताया कि दरभा ब्लॉक के कुल 70 ग्रामीण मजदूरी करने तेलंगाना के समशाबाद शहर में स्थित प्लाईवुड कंपनी में काम करने गए थे. वहां काम बंद हो जाने की वजह से सभी 70 मजदूर पैदल अपने घर के लिए निकल गए. हालांकि अभी 27 मजदूर ही वापस अपने घर दरभा पहुंचे हैं. जबकि अन्य मजदूर बिछड़ गए हैं, जो पैदल चलकर वापस अपने गांव आ रहे हैं.
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खम्मम पुलिस न कि थी मदद
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प्लाईवुड कंपनी में काम करते थे मजदूर
ग्रामीण मजदूर सीताराम बघेल ने बताया कि 'वह 70 लोगों के साथ तेलंगाना के समशाबाद, नाचाराम, मालापुर रोड में स्थित प्लाईवुड कंपनी में काम करते हैं. कुछ दिन पहले कंपनी के मालिक ने इन सभी मजदूरों को वहां से जाने को कह दिया था. जिसके बाद सभी मजदूर वहां से पैदल ही निकल गए. पहले दिन इन मजदूरों ने 100 किलोमीटर का सफर तय किया गया, लेकिन इसके बाद बढ़ती गर्मी की वजह के इन मजदूरों का हौंसला जवाब दे गया.
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अलग-अलग जगहों में फंसे मजदूर
कुछ मजदूरों ने हिम्मत दिखाने हुए आगे बढ़े, तो कुछ वहीं रुक गए. तेंलगाना के सूर्यापेंटा से करीब 70 किलोमीटर दूर खम्मम ये 27 मजदूर भूखे प्यासे पहुंचे. जहां मौजूद पुलिस ने मजदूरों को खाना-पानी दिया और पुलिस ने अपनी गाड़ी से इन मजदूरों को कुछ दूर तक छोड़ा. जिसके बाद बुधवार की सुबह मजदूर दरभा पहुंचे. बता दें कि अभी भी कई मजदूर तेलंगाना के रेलवे स्टेशन तो कई अलग-अलग जगहों में फंसे हुए हैं. फिलहाल वापस आए सभी मजदूरों को 7 दिनों तक प्रशासन ने क्वॉरेंटाइन कर रखा है.