जगदलपुर: बीते दिनों बस्तर संभाग के कई इलाकों में हर रोज आंधी तूफान से कई पेड़ गिरे. इसी दौरान कुछ क्षेत्रों में हाईटेंशन तार भी आंधी और तेज हवाओं के कारण टूटकर जमीन पर गिर गए लेकिन बिजली विभाग का ध्यान इस ओर नहीं गया, जिसका अंजाम ये हुआ कि शुक्रवार को तार की चपेट में आने से 14 मवेशियों की जान चली गई. घटना जगदलपुर शहर से लगे डोंगाघाट की है.
हाईटेंशन तार की चपेट में मवेशी: हर रोज की तरह शुक्रवार सुबह भी ग्रामीणों ने अपने जानवरों को चरने के लिए छोड़ दिया. सभी मवेशी डोंगाघाट में खेतों की ओर चरने चले गए. इसी दौरान दोपहर 3 बजे मवेशी हाई टेंशन 11 केवी तार की चपेट में आ गए जिससे 14 मवेशियों की मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण दौड़े दौड़े खेत पहुंचे. बिजली विभाग को सूचना दी गई. विभाग के इंजीनियर और दूसरे अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले में लीपापोती करने लगे.
बिजली विभाग के अधिकारी के दावे: बिजली विभाग के अधिकारी का कहना है कि 11 केवी की लाइन में खंभा टूटने की वजह से लाइन को बंद कर दिया गया था. लेकिन आंधी तूफान के कारण बिजली का खंभा झुक गया और बिजली का तार चालू लाइन से टकराने से उसमें करंट आ गया.
बीते दिनों तेज आंधी-तूफान चलने के कारण डोंगाघाट के खेतों के पास बिजली का खंभा झुक गया था. खंभा झुकने से यहां से गुजरने वाली 11 केवी की लाइन के बंद कर दिया गया था. लेकिन बिजली की लाइन एक दूसरे से ऊपर नीचे से गई हुई है जिससे बिजली का तार चालू लाइन से टकरा गया और उसमें करंट आ गया. इसी करंट की चपेट में आने से 14 मवेशियों की मौत हो गई. - निर्मय सिंह कंवर, सहायक अभियंता, विद्युत विभाग
फिलहाल सभी मवेशियों को दफना दिया गया है. हादसे में ग्रामीणों को बड़ा नुकसान हुआ है. बिजली विभाग के अधिकारी मवेशी मालिकों को मुआवजा दिलवाने की बात कह रहे हैं.