गौरेला पेंड्रा मरवाही: धान खरीदी केंद्र निमधा में किसानों से अवैध वसूली किए जाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि कृषि विभाग में तैनात कर्मचारी शेख इरफान किसानों से धान पासिंग कराने के नाम पर हजारों रुपए की वसूली कर रहा है. ग्रेडर शेख इरफान पर ये भी आरोप है कि वो ये कहकर वसूली करता है कि पैसे अधिकारियों को भी जाते हैं. किसान अब ग्रेडर की बदमाशी के चलते अपना धान पास नहीं करा पा रहे हैं. जो समर्थ किसान हैं वो ग्रेडर के बहकावे में आकर पैसे दे रहे हैं. किसानों की मानें तो किसी से पांच हजार तो किसी से 15000 तक वसूला जा रहा है. जो किसान पैसे नहीं दे रहा है उसका धान पास नहीं किया जा रहा है.
किसानों से वसूली: ग्रेडर इरफान की मामले में सफाई है कि वो किसी भी तरह की वसूली किसानों से नहीं कर रहा है. किसानों का कहना है कि वो चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी उनका धान खरीदी केंद्र पर ले लिया जाए. केंद्र पर धान नहीं लिए जाने से उनकी मुसीबत बढ़ती जा रही है. जिस किसान के पास ज्यादा धान और जो सक्षम है पैसे देकर अपना काम करा ले रहा है. गरीब किसान अपना पासिंग कराने के लिए लाइन में खड़ा है. ग्रेडर की गुंडागर्दी और रिश्वतखोरी से किसान काफी नाराज हैं.
किसानों की कमाई पर कर्मचारियों की नजर: किसानों का कहना है कि तीन दिसंबर को नतीजे आने वाले हैं. नतीजों के बाद हो सकता है कि धान खरीदी का क्रय मूल्य बढ़ जाए. ऐसे में किसानों की गाढ़ी कमाई पर अब खरीदी केंद्र के अधिकारियों की नजर है. किसानों की मांग है कि खरीदी केंद्र पर सरकार नजर रखे. अगर अफसरों की मनमानी चलती रही तो सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को यहीं कर्मचारी पलीता लगा देंगे. जिस कर्मचारी पर पैसे मांगने का आरोप लगा है अभी उसका पक्ष सामने नहीं आया है.