गौरेला पेंड्रा मरवाही : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के बाद घोषित प्रत्याशियों का लगातार क्षेत्र में दौरा जनसंपर्क शुरू हो गया हैं. कार्यकर्ता भी चुनाव को लेकर काफी उत्साहित और जोश में दिख रहे हैं. ऐसे अपने कार्यकर्ताओं का जोश और उत्साह बढ़ाने के लिए प्रत्याशियों ने अलग-अलग तरीकों से बयानबाजी शुरु कर दी है.ऐसा ही एक वीडियो कोटा विधानसभा क्षेत्र में वायरल हो रहा है. जिसमें बीजेपी प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव कांग्रेस को नेस्तोनाबूत कर देने की बात कहते दिख रहे हैं.इस वीडियो को लेकर अब कांग्रेस ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है.
प्रबल प्रताप जूदेव के बिगड़े बोल : कोटा विधानसभा के दारसागर में आयोजित एक चुनावी सभा में कोटा विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.लेकिन जोश में वो कुछ ऐसा बोल गए कि अब कांग्रेस के निशाने पर है. जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ये कहते हुए दिख रहे हैं कि यदि मेरे कार्यकर्ताओं का बाल भी बांका हुआ तो मैं उन्हें नेस्तोनाबूत कर दूंगा.
कांग्रेस ने जूदेव के बहाने प्रबल प्रताप पर साधा निशाना : इस मामले में कोटा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव ने प्रबल प्रताप सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया दी.अटल श्रीवास्तव ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के पुराने वीडियो का उदाहरण देकर प्रबल प्रताप पर निशाना साधा. जिसमें वो कहते दिखे थे कि पैसा खुदा तो नहीं लेकिन खुदा की कसम खुदा से कम नहीं.इसका जिक्र करते हुए अटल ने कहा कि इसी संस्कृति के लोग हैं.वहीं प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के टाइगर अभी जिंदा है वाले बयान पर अटल ने कहा कि ये टाइगर आदमखोर न बने बस मैं यही प्रार्थना करुंगा. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण सिंह ने भी जूदेव पर हमला बोला.
''प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के द्वारा इस तरह की धमकी कांग्रेसियों को नहीं बल्कि वे खुद आप पार्टी के लोगों को दे रहे हैं कि अगर मेरा साथ नहीं दिया तो उन्हें नेस्तोनाबूत कर दूंगा.'' अभय नारायण सिंह, प्रवक्ता कांग्रेस
वीडियो की पुष्टि नहीं करता ईटीवी भारत : ये वीडियो कहां का है इस बात की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता .लेकिन जो भी शब्द वीडियो में सुनाई दे रहे हैं वो निश्चित तौर पर अशोभनीय हैं.चुनाव मतदाताओं के मन को टटोलने का एक जरिया है.लोकतंत्र में स्वतंत्र होकर जनता अपना प्रतिनिधि चुनती है.ऐसे में जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वो अपने ऊपर संयम की चादर जरुर रखें.