गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में सबसे ज्यादा हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है. इस बीच मरवाही वन मंडल में 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. जिले में मानव और हाथी के बीच ही द्वंद को रोकने के लिए वन विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. क्षेत्र में मानव हाथी द्वंद रोकने के लिए गजरथ, नुक्कड़ नाटक, पंपलेट, ड्राइंग, पेंटिंग बनाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
2 से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह: वनमंडलाधिकारी शशि कुमार ने जानकारी दी है कि, इसके तहत मुख्य रूप से मरवाही परिक्षेत्र के स्कूलों में कई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. जिसमें डीएवी स्कूल मरवाही, स्वामी आत्मानंद विद्यालय मरवाही और शासकीय हाई स्कूल दानीकुण्डी में ड्रॉइंग, पेंटिंग, स्लोगन, निबंध और क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. इस प्रतियोगिता में बच्चे काफी उत्साह से भाग ले रहे हैं. मरवाही में हाथी से प्रभावित ग्रामों में गजरथ के माध्यम से हाथी मानव द्वंद को कम करने के लिए हाथी के व्यवहार और हाथी के आने पर क्या करें? क्या न करें? इस बारे में लाउड स्पीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हो रही विशेष निगरानी : हाथी प्रभावित क्षेत्रों में जो लोग हाथी के हमले से प्रभावित हुए हैं. उन्हें और उनके परिवार को मुआवजा दिया जा रहा है. ये नुकसान भरपाई की राशि वन विभाग की ओर से दी जाती है. फिलहाल गांवों में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों में नुक्कड़-नाटक के माध्यम से वन्यप्राणी संरक्षण का संदेश प्रसारित किया जा रहा है.
पहले से जारी है ये गाइडलाइन
- हाथियों से बचाव के लिए गांव में हाथी आने पर इसकी सूचना निकटवर्ती वन कर्मचारी को तुरंत दें.
- सभी घरों के बाहर पर्याप्त रोशनी करके रखें, ताकि हाथी आए तो आपको पता चल जाए.
- हाथियों से सामना होने पर उससे ज्यादा से ज्यादा दूरी बना कर रखें.
- हाथी विचरण क्षेत्र में वृद्ध, अपाहिज और छोटे बच्चों की सुरक्षा का खास ख्याल रखें.
- जन-धन हानि होने की स्थिति में बदले की भावना से प्रेरित होकर हाथियों के पास न जाएं.
- ऐसी परिस्थिति में वन विभाग को सूचित कर मुआवजा राशि की प्रक्रिया को पूरी करें.
- पहाड़ी जगहों में सामना होने की स्थिति में पहाड़ी की ढलान की ओर दौड़े, उपर की ओर न जाएं.
- क्योंकि हाथी ढलान में तेज गति से नहीं उतर सकता.