मरवाही: मरवाही वन परिक्षेत्र से खाने की तलाश में निकला तीन भालुओं का झुंड गांव में जा घुसा. लोगों की नजर जबतक भालुओं पर पड़ती तबतक भालुओं का झुंड एक घर में जा घुसा. घर में भालुओं के घुसने की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों में हड़कंप मच गया. भालुओं से खुद को बचाने और गांव से भालुओं को बाहर भगाने के लिए ग्रामीणों ने बड़ी ही चालाकी से, भालुओं को घर से बाहर निकाला. भालू जब घर से बाहर निकल गए तो ग्रामीणों ने एक साथ शोर मचाकर भालुओं को जंगल की ओर खदेड़ दिया. ग्रामीणोंं का शोर सुनकर भालू जंगल की ओर भाग निकले. भालुओं के जंगल की ओर निकल जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.
ग्रामीणों ने दिखाई हिम्मत: झिरनापोड़ी गांव के ग्रामीणों ने जिस हिम्मत के साथ भालुओं के झुंड को भगा दिया वो काबिले तारीफ है. गांव वालों को अब इस बात का डर है कि अगर भालुओं का झुंड दोबारा गांव की ओर आता है तो वो क्या करेंगे. कई बार किसान खेतों में काम के लिए निकल जाते हैं. गांव में महिलाएं और बच्चे ही रह जाते हैं. वन विभाग की टीम को चाहिए कि वो गांव वालों की सुरक्षा के लिहाज से गांव में एक बीट गार्ड की तैनाती कर दे जिससे खतरे के वक्त गांव वालों को भी सचेत किया जा सके.
जंगल में खाने की कमी: लगातार खत्म हो रहे जंगल और खाने की कमी के चलते भालू आए दिन गांवों की ओर पहुंच रहे हैं. भालुओं को खाने के लिए जो फल और मधुमक्खी के छत्ते होते हैं वो तेजी से कम हो रहे हैं. जंगल का दोहन होने के बाद कई जंगली जीवों को खाने पीने की दिक्कत हो गई है. भालू अक्सर खाने की तलाश में रिहायशी इलाके का रुख कर रहे हैं. जंगल में पानी के स्रोत की भी कमी हो रही है. वन विभाग के कर्मचारी भी मानते हैं कि पानी के पारंपरिक स्रोत खत्म होने के चलते जंगली जानवर रिहायशी इलाके का रुख कर रहे हैं.