गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच चुका है, जिसके बाद लगातार प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नदी-नाले पूरे उफान पर हैं. पहली बारिश में ही गरियाबंद के पैरी और सोंढुर नदी लबालब भर गए हैं. जिले में लगातार 18 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.
बारिश की वजह से गरियाबंद के आसपास के गांव में रहने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई है. थोड़े दिन पहले ही किसानों ने खेतों में बीज बोए थे, लेकिन खेतों में बारिश का पानी भर गया है. अब किसानों की मेहनत खराब होने की कगार पर है.
पढ़ें- सूरजपुर: अंबिकापुर-बनारस स्टेट हाईवे पर भरा पानी, PWD बना मूकदर्शक
लगातार हो रही बारिश को देखते हुए पैरी-सोंढुर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता नजर आ रहा है, जिसे देखते हुए शासन-प्रशासन अलर्ट पर है. साथ ही बाढ़ नियंत्रण टीम ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. मौसम विभाग की मानें तो अगले कई घंटों तक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके मद्देनजर गरियाबंद के आसपास के गांवों में मुनादी भी कराई जा रही है.
पढ़ें- रायगढ़: बारिश की शुरुआत में सड़क हुई बदहाल, राहगीरों को हो रही है परेशानी
छत्तीसगढ़, सीमावर्ती राज्यों और देश के कुछ हिस्सों में सिस्टम बना हुआ है, जिसके कारण राज्य में कहीं-कहीं पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 24 घंटे यानि सोमवार रात तक बस्तर और सरगुजा के अधिकांश क्षेत्रों में 10 सेमी से ज्यादा बारिश हो सकती है. राजधानी रायपुर और लगे हुए मैदानी शहरों में अच्छी बारिश के आसार हैं, हालांकि यहां के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी नहीं किया गया है.