गरियाबंद\ बिंद्रानवागढ़: मिनिस्ट्री ऑफ एन माइनर फॉरेस्ट पर्यावरण ला ने रेत के उत्खनन पर पाबंदी लगा दी है. बावजूद इसके खोकसरा के झालिया घाट में बीते 15 दिनों से लगातार रेत का उत्खनन किया जा रहा है, जिसकी शिकायत हुई है.
रेत उत्खनन पर पाबंदी लगाने के बाद भी पंचायत खुलेआम रेत का उत्खनन कर रही है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की है. ग्रामीणों की शिकायत पर SDM ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. SDM के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार अभिषेक अग्रवाल, पटवारी ओम प्रकाश ठाकुर, ब्रह्मा मरकाम मौके पर पहुंच पंचनामा किया है.
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ओडिशा में हो रहा सप्लाई
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 15 दिनों में 70 से 100 ट्रिप रेत निकाली गई है. ग्रामीणों ने बताया कि इनमें से आधा से ज्यादा रेत ओडिशा ले जाई जा रही है. ब्लॉक में रेत नहीं होने के कारण पुल, आवास सहित निजी मकान का काम बंद पड़ा हुआ है.
रेत की कालाबाजारी
एक ओर सरकार रेत के अवैध खनन और खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन वहीं दूसरी ओर जिम्मेदारों की ओर से दी जा रही ढिलाई की वजह से कालाबाजारी बढ़ी है, जिसका खामियाजा आम आदमी चुका रहा है.
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अवैध रेत उत्खनन
बता दें कि 10 जून 2020 को जो रेत तीन हजार रुपये प्रति हाईवा मिल रही थी उसका दाम पांच जुलाई को सात हजार रुपये प्रति हाईवा हो गया है. इसी तरह से जो रेत 10 जून 2020 को एक हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर ट्रॉली था वो 5 जुलाई को बढ़कर तीन हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर ट्रॉली हो गया. लगातार हो रहे अवैध रेत उत्खनन के कारण ही राजस्व विभाग को भी रेत से उतना फयदा नहीं हो पा रहा है जितना होना चाहिए.