गरियाबंद: नगर पालिका गरियाबंद में 2011 की जनगणना के मुताबिक 10 हजार 517 लोग रहते हैं. इनमें से 7 हजार 865 मतदाता हैं. मतदाताओं में 3 हजार 770 पुरुष और 4 हजार 95 महिलाओं की संख्या है. हाल ही में 406 नये मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं. 15 वार्ड वाले इस नगर पालिका में आसपास का कोई गांव शामिल नहीं है. हालांकि मास्टर प्लान में कई गांव को शामिल करने की योजना थी, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया.
बुनियादी सुविधा के लिए तरस रहे लोग
पिछले चुनाव में नगर पालिका में बीजेपी को महज 412 वोटों से जीत मिली थी, वहीं इस बार कांग्रेस का कहना है कि इस बार उन्हें जीतने के कोई रोक नहीं पायेगा, क्योंकि बीते 5 साल में यहां के लोग बीजेपी सरकार से तंग आ चुके हैं. इन सबके बीच इस चुनाव में विकास के मुद्दे भी हावी हैं, लोगों का कहना है कि शहर में 5 साल में भी एक गौरव पथ निर्माण पूरा नहीं हो पाया है. इसके अलावा पालिका में मूलभूत सुविधाओं के साथ पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं भी लोगों में नहीं मिल रही है.
मच्छरों से लोग परेशान
शहरवासियों का कहना है कि पालिका में समस्याओं का अंबार है. शहर में लोगों को सही से और समय पर बिजली, पानी भी मिल रही है. शहर के सड़कें जर्जर होने के कारण आये दिन हादसे होते रहते हैं. शहर में साफ सफाई की स्थिति भी बेहद खराब है. पूरे शहर में गंदगी पसरी है, जिसके कारण शहर में लोग मच्छरों से भी परेशान हैं.