ETV Bharat / state

गरियाबंद: सीमा विवाद में इंसानियत भूले ओडिशा के अफसर, काटकर ले गए गरीब किसान की खड़ी फसल

ओडिशा से आये आला अफसरों ने सीमा विवाद को लेकर एक किसान के मक्के की खड़ी फसल को काटकर अपने साथ लेकर चेल गए हैं. 15 माह पहले तय हुआ था कि किसानों के सीमा से लगे जमीनों पर कब्जे यथावत रहेंगे, इसके बावजूद छत्तीसगढ़ राजस्व अधिकारियों को सूचना दिए बगैर ओडिशा के नुवापडा जिले के राजस्व अफसरों ने कार्रवाई की है.

ओडिशा के अफसर, काटकर ले गए गरीब किसान की खड़ी फसल
author img

By

Published : Sep 11, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Sep 11, 2019, 4:15 PM IST

गरियाबंद: छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच एक बार फिर विवाद गहराने लगा है. छत्तीसगढ़ से लगे ओडिशा सीमा पर इंसानियत को तार-तार करने वाला यह मामला दिल को झकझोरने वाला है. इस बार गरियाबंद के बुरजाबहाल की सीमा इसका कारण बन सकती है. ओडिशा से आये आला अफसरों ने सीमा विवाद को लेकर एक किसान की मक्के की खड़ी फसल काटकर अपने साथ ले गए हैं.

काटकर ले गए गरीब किसान की खड़ी फसल

मामले में 15 माह पहले तय हो गया था कि किसानों के सीमा से लगे जमीनों पर कब्जे यथावत रहेंगे, बावजूद छत्तीसगढ़ राजस्व अधिकारियों को सूचना दिए बगैर ओड़िसा नुवापडा जिले के राजस्व अफसर बुरजाबहाल पहुंचे और किसानों को धमकाया और उनके मक्के के खड़ी फसल को भी बर्बाद कर दिए.

पढे़ं : निगम कमिश्नर को गर्भवती महिलाओं की तस्वीरें वायरल करना पड़ा भारी, भाजयुमो ने खोला मोर्चा

ओड़िसा नुवापडा तहसीलदार कपिलदेव साहू, नायब तहसीलदार लक्छ्मण मांझी, राजस्व दल और सीमा पार के मालपडा के किसान बुरजाबहाल ग्राम पहुंचे. टीम ने सीमा पर जमीन में मक्का का फसल लगाने वाले किसान हरिराम साहू, कृपाल साहू, लखीराम, निर्भय मरार समेत सीमा पर खेती कर रहे सभी किसानों को मौके पर बुलवाया. ओड़िसा राजस्व दल ने नाप-जोख की औपचारिकता पूरी करने के बाद हरिराम साहू के खेत में बोए मक्के के 100 से ज्यादा पौधे तोड़कर साथ लेकर चले गए. इसके बाद से किसानों में अफसरों को लेकर भारी रोष है.

15 माह पहले सुलझा था विवाद
15 माह पहले तय हो गया था कि किसानों के कब्जे यथावत रहेंगे. मामला ने उस वक्त तुल पकड़ा था जब 20 जून 2018 को बुरजाबहाल के 7 किसान लगभग 25 एकड़ जमीन पर खेती की तैयारी में जुटे थे और तभी ओडिशा मालपाडा के किसानों के दावे पर सिनापाली के जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ओडिशा अमला ने जुताई कार्य रुकवा दिया था. मामला तूल पकड़ा तो सम्बलपूर के बन्दोबस्त अधिकारी के साथ मौके पर ओडिशा के कलेक्टर पहुंचे थे. तात्कालीन एसडीएम ने भी कुशलता से ओड़िसा के हर दावे का तथ्य परखकर जवाब दिया. अंत में तय हुआ था कि त्रुटि दोनों ओर से हुई है इसलिए किसानों के जमीनी दावे और कब्जे यथावत ही रहे.

गरियाबंद: छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच एक बार फिर विवाद गहराने लगा है. छत्तीसगढ़ से लगे ओडिशा सीमा पर इंसानियत को तार-तार करने वाला यह मामला दिल को झकझोरने वाला है. इस बार गरियाबंद के बुरजाबहाल की सीमा इसका कारण बन सकती है. ओडिशा से आये आला अफसरों ने सीमा विवाद को लेकर एक किसान की मक्के की खड़ी फसल काटकर अपने साथ ले गए हैं.

काटकर ले गए गरीब किसान की खड़ी फसल

मामले में 15 माह पहले तय हो गया था कि किसानों के सीमा से लगे जमीनों पर कब्जे यथावत रहेंगे, बावजूद छत्तीसगढ़ राजस्व अधिकारियों को सूचना दिए बगैर ओड़िसा नुवापडा जिले के राजस्व अफसर बुरजाबहाल पहुंचे और किसानों को धमकाया और उनके मक्के के खड़ी फसल को भी बर्बाद कर दिए.

पढे़ं : निगम कमिश्नर को गर्भवती महिलाओं की तस्वीरें वायरल करना पड़ा भारी, भाजयुमो ने खोला मोर्चा

ओड़िसा नुवापडा तहसीलदार कपिलदेव साहू, नायब तहसीलदार लक्छ्मण मांझी, राजस्व दल और सीमा पार के मालपडा के किसान बुरजाबहाल ग्राम पहुंचे. टीम ने सीमा पर जमीन में मक्का का फसल लगाने वाले किसान हरिराम साहू, कृपाल साहू, लखीराम, निर्भय मरार समेत सीमा पर खेती कर रहे सभी किसानों को मौके पर बुलवाया. ओड़िसा राजस्व दल ने नाप-जोख की औपचारिकता पूरी करने के बाद हरिराम साहू के खेत में बोए मक्के के 100 से ज्यादा पौधे तोड़कर साथ लेकर चले गए. इसके बाद से किसानों में अफसरों को लेकर भारी रोष है.

15 माह पहले सुलझा था विवाद
15 माह पहले तय हो गया था कि किसानों के कब्जे यथावत रहेंगे. मामला ने उस वक्त तुल पकड़ा था जब 20 जून 2018 को बुरजाबहाल के 7 किसान लगभग 25 एकड़ जमीन पर खेती की तैयारी में जुटे थे और तभी ओडिशा मालपाडा के किसानों के दावे पर सिनापाली के जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ओडिशा अमला ने जुताई कार्य रुकवा दिया था. मामला तूल पकड़ा तो सम्बलपूर के बन्दोबस्त अधिकारी के साथ मौके पर ओडिशा के कलेक्टर पहुंचे थे. तात्कालीन एसडीएम ने भी कुशलता से ओड़िसा के हर दावे का तथ्य परखकर जवाब दिया. अंत में तय हुआ था कि त्रुटि दोनों ओर से हुई है इसलिए किसानों के जमीनी दावे और कब्जे यथावत ही रहे.

Intro:गरियeबन्द-15 माह पहले तय हो गया था कि किसानों के कब्जे यथावत रहेंगे, बावजूद हमारे राजस्व अधिकारियों को सूचना दिए बगैर ओड़िसा नूवापडा जिले के राजस्व अफसर बूरजाबहाल पहूँचे और किसानों को धमकाया।मक्का फसल तोड़ भी दिया और,बोले कब्जे से हट जाओ नही तो फसल जप्त कर लेंगे।। Body:15 माह पहले थम चुके सीमा विवाद ने आज फिर एक बार फिर तूल पकड़ लिया।आज मैनपुर तहसील के बूरजाबहाल ग्राम में ओड़िसा नूवापडा तहसीलदार कपिलदेव साहू,नायब तहसीलदार लक्छ्मण माँझी व आर आई के साथ राजस्व दल पहूचा।दल ने सीमा पर अपने जमीन में मक्का का फसल लगाने वाले हरिराम साहू,कृपाल साहू,लखीराम, निर्भय मरार समेत सीमा पर खेती कर रहे सभी किसानों को बुलवाया।साथ मे अफसर सीमा पार के मालपडा के किसानों को साथ ले कर आये थे,ओड़िसा राजस्व दल ने नाप जोक की ओपचारिकता पूरी करने के बाद,हरिराम साहू के खेत मे बोए गए मक्का के 100 से ज्यादा पेड़ तोड़कर साथ ले गए।वृद्ध हरिराम ने बताया कि ,मैंने जब कारण पूछा तो,धमकाते हुए सारे फसल जप्त करने की धमकी दिया गया।ओड़िसा राजस्व अमला के इस बर्ताव से किसान भयभीत है।मामले में एसडीएम निर्भय साहू ने कहा कि दोनों छोर से बन्दोबशत त्रुटि पाया गया।जुलाई 2018 में ही मामले पर उनके अफसरो के साथ सहमति बन गई थी,तय भी हो गया था कि जो जिस जगह पर काबिज है वंही यथावत बना रहेगा।जब ओड़िसा वालो को आना ही था,तो नियम से उन्हें,हमे सूचना देना था।कल मामले कि जानकारी लेता हूँ। Conclusion:यह था मामला-20 जून 2018 को,बूरजाबहाल के 7 किसान लगभग 25 एकड़ जमीन पर खेती की तैयारी में जुटे थे,तभी ओड़िसा मालपाडा के किसानों के दावे पर सिनापाली के जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ओड़िसा अमला ने जूताई कार्य रूकवा दिया था।हमारे मूनारा भी तोड़,ओड़िसा वालो ने अपना झण्डा गाड़ लिए थे।मामला तूल पकड़ा तो सम्बलपूर के बन्दोबष्त अधिकारी के साथ मौके पर ओड़िसा के कलेक्टर पहूच गए।हमारे एसडीएम ने भी कुशलता से ,ओड़िसा के हर दावे का तथ्य परक जवाब दिए।अंत मे तय हुआ था कि,त्रुटि दोनो ओर से हुई है।दावे यथावत रहे।। फोटो-फसल टूटने के बाद आग बबूला हरिराम साहू ने इस तरह से जवाब देते रहे। फ़ोटो-इस तरह सीमा पर पहूचे ओड़िसा राजस्व अमला,फसल तोड़ दिया।
Last Updated : Sep 11, 2019, 4:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.