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माघी पुन्नी मेले की हुई शुरुआत, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

राजिम का माघी पुन्नी मेला पूरे भारत में प्रसिद्ध है. छत्तीसगढ़ समेत देश विदेश से हजारों श्रद्धालु इस मेले में जुटते हैं. माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक पंद्रह दिनों का मेला लगता है, जिसे राजिम माघी पुन्नी मेला कहा जाता है.

माघी पुन्नी मेला
माघी पुन्नी मेला
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Published : Feb 9, 2020, 1:49 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 3:40 PM IST

गरियाबंद: त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी के साथ ही आज से राजिम माघी पुन्नी मेला शुरू हो गया है. 15 दिन तक चलने वाले इस मेले की छत्तीसगढ़ में एक अलग ही पहचान है. इस मेले में न केवल प्रदेश के श्रद्धालु बल्कि देश-विदेश के श्रद्धालू भी शामिल होते हैं. इस मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार शाम 7 बजे करेंगे.

माघी पुन्नी मेले की हुई शुरुआत

यहां दूर-दूर से श्रद्धालु अनगिनत मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं. लोगों का मानना है कि राजवीलोचन के दर्शन से उनके कष्ट दूर हो जाते हैं. छत्तीसगढ़ का 'प्रयाग' कहे जाने वाले राजिम में महाशिवरात्रि पर भक्तों का मेला लगता है. 15 दिन तक चलने वाले पुन्नी मेले में आस्था के अलग-अलग और अलौकिक रंग देखने को मिलते हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. स्थानीय कलाकारों के रंग इस दौरान सभी को देखने को मिलते हैं.

श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

मान्यताओं के मुताबिक आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु राजिम पहुंचे रहे हैं. श्रद्धालुओं ने ब्रह्म मुहूर्त से ही त्रिवेणी में स्नान करना शुरू कर दिया है, जो दिनभर जारी रहेगा.

गरियाबंद: त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी के साथ ही आज से राजिम माघी पुन्नी मेला शुरू हो गया है. 15 दिन तक चलने वाले इस मेले की छत्तीसगढ़ में एक अलग ही पहचान है. इस मेले में न केवल प्रदेश के श्रद्धालु बल्कि देश-विदेश के श्रद्धालू भी शामिल होते हैं. इस मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार शाम 7 बजे करेंगे.

माघी पुन्नी मेले की हुई शुरुआत

यहां दूर-दूर से श्रद्धालु अनगिनत मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं. लोगों का मानना है कि राजवीलोचन के दर्शन से उनके कष्ट दूर हो जाते हैं. छत्तीसगढ़ का 'प्रयाग' कहे जाने वाले राजिम में महाशिवरात्रि पर भक्तों का मेला लगता है. 15 दिन तक चलने वाले पुन्नी मेले में आस्था के अलग-अलग और अलौकिक रंग देखने को मिलते हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. स्थानीय कलाकारों के रंग इस दौरान सभी को देखने को मिलते हैं.

श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

मान्यताओं के मुताबिक आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु राजिम पहुंचे रहे हैं. श्रद्धालुओं ने ब्रह्म मुहूर्त से ही त्रिवेणी में स्नान करना शुरू कर दिया है, जो दिनभर जारी रहेगा.

Intro:स्लग---राजिम मेला शुरु
एंकर-- त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी के साथ श्रद्धा का प्रतीक राजिम माघी पुन्नी मेला आज से शुरु हो रहा है, 15 दिन तक चलने वाले इस मेले की छत्तीसगढ में एक अलग ही पहचान है, मेले में ना केवल प्रदेश के श्रद्धालू बल्कि देश और विदेश से भी श्रद्धालू शामिल होते है, हालांकि मेले की औपचारिक शुरुआत सीएम भूपेश बघेल शाम 7:00 बजे मुख्य मंच से करेंगेBody:मान्यता के मुताबिक आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से मनोकामनाएं पुरी होती है, इसी श्रद्धा और विश्वास के साथ श्रद्धालू देर रात से यहां पहुंचने शुरु हो गये है और आज सुबह ब्रह्म मुहुर्त से त्रिवेणी में स्नान करना शुरु कर दिया है, जो दिनभर जारी रहेगा, त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालू राजिम पहुंचे हुये है, इसी के साथ ही प्रतिवर्ष लगने वाले राजिम माघी पुन्नी मेले का आगाज हो गया है, हालांकि मेले का विधिवत शुभारंभ आज शाम महोत्सव स्थल से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने मंत्रीमंडल के साथ साधु संतो की मौजूदगी में करेंगे।
Conclusion:बाइट 1----मधु यदू, श्रद्धालू-----
बाइट 2--डागेश्वरी साहू, श्रद्धालू.....
बाइट 3--पार्वती साहू, श्रद्धालू.....
बाइट 4---महेश्वर साहू, श्रद्धालू.....
Last Updated : Feb 9, 2020, 3:40 PM IST
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