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VIDEO: देखिए, तेंदूए का लाइन वीडियो, कैसे पिंजरे से निकल जंगल की ओर भागा

सदानी दरबार के पास से पकड़े गए तेंदुए को बीती रात वन्य जीव विशेषज्ञ और वन विभाग की टीम ने उदंती के घने जंगलों में आजाद किया

पिंजरे में कैद तेंदुआ
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Published : Mar 17, 2019, 3:23 PM IST

गरियाबंद: रायपुर के सदानी दरबार के पास से पकड़े गए तेंदुए को बीती रात वन्य जीव विशेषज्ञ और वन विभाग की टीम ने उदंती के घने जंगलों में आजाद किया है. ये तेंदुआ बीते 9 दिनों से पिंजरे में कैद था.

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बीते 9 मार्च को रायपुर के पहले पड़ने वाले सदानी दरबार के पीछे स्थित पोटरी फार्म में एक तेंदुआ घुस गया था. परिस्थितियों को देखते हुए नंदनवन से वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर वर्मा को बुलवाया गया जिन्होंने काफी मशक्कत कर उक्त तेंदुए को पिंजरे में कैद कर नंदनवन ले जाया गया है, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद अधिकारियों ने उसे उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगलों में छोड़ दिया गया.


तेंदुए को बड़े पिंजरे से पकड़कर छोटे पिंजरे में डालने के लिए चार बंदरों को तेंदुआ पकड़ने के पिंजरे के दूसरी ओर रखा गया लालच में आकर तेंदुआ दूसरी बार पिंजरे में कैद हुआ. इसके बाद वन्य जीव विशेषज्ञ पिंजरे में तेंदुआ लेकर नंदनवन से गरियाबंद पहुंच टाइगर प्रोजेक्ट के कार्यालय में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे उदंती के जंगलों में लोगों से दूर एक इलाके को चिन्हअंकित कर रात लगभग 12:00 बजे पिंजरा खोला गया.

गरियाबंद: रायपुर के सदानी दरबार के पास से पकड़े गए तेंदुए को बीती रात वन्य जीव विशेषज्ञ और वन विभाग की टीम ने उदंती के घने जंगलों में आजाद किया है. ये तेंदुआ बीते 9 दिनों से पिंजरे में कैद था.

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बीते 9 मार्च को रायपुर के पहले पड़ने वाले सदानी दरबार के पीछे स्थित पोटरी फार्म में एक तेंदुआ घुस गया था. परिस्थितियों को देखते हुए नंदनवन से वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर वर्मा को बुलवाया गया जिन्होंने काफी मशक्कत कर उक्त तेंदुए को पिंजरे में कैद कर नंदनवन ले जाया गया है, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद अधिकारियों ने उसे उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगलों में छोड़ दिया गया.


तेंदुए को बड़े पिंजरे से पकड़कर छोटे पिंजरे में डालने के लिए चार बंदरों को तेंदुआ पकड़ने के पिंजरे के दूसरी ओर रखा गया लालच में आकर तेंदुआ दूसरी बार पिंजरे में कैद हुआ. इसके बाद वन्य जीव विशेषज्ञ पिंजरे में तेंदुआ लेकर नंदनवन से गरियाबंद पहुंच टाइगर प्रोजेक्ट के कार्यालय में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे उदंती के जंगलों में लोगों से दूर एक इलाके को चिन्हअंकित कर रात लगभग 12:00 बजे पिंजरा खोला गया.

Intro:उदंती में आया नया मेहमान

रायपुर के पास पकड़े गए तेंदुए को उदंती के जंगलों में किया गया आजाद

ऑपरेशन तेंदुआ आजाद हुआ सफल

नंदनवन से पहुंचे डॉक्टर वर्मा ने किया आजाद



गरियाबंद - उदंती सीतानादी टाइगर रिजर्व में नया मेहमान आया है ऑपरेशन तेंदुआ आजाद सफल हुआ है रायपुर के सदानी दरबार के पास से पकड़े गए तेंदुए को बीती रात वन्य जीव विशेषज्ञ एवं वन विभाग की टीम ने उदंती के घने जंगलों में आजाद किया है बीते 9 दिनों से पिंजरे में कैद जंगल की शान माने जाने वाले इस वन्यजीव के पिंजरे का दरवाजा खोलते ही उसने जंगल में ऐसी छलांग लगाई कि पीछे मुड़कर नहीं देखा


Body:गरियाबंद जिले का उदंती सीता नदी इलाका दुर्लभ वन्यजीवों के लिए आदर्श प्राकृतिक आवास बन सकता है यही कारण है कि समय-समय पर कई स्थानों में पकड़े गए तेंदुए उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में आजाद किया जाता रहा है



बीते 9 मार्च को रायपुर के पहले पडने वाले सदानी दरबार के पीछे स्थित पोटरी फार्म में हिंसक वन्यजीवों तेंदुआ घुस गया था परिस्थितियों को देखते हुए नंदनवन से वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर वर्मा को बुलवाया गया जिन्होंने काफी मशक्कत कर उक्त तेंदुए को पिंगड़ा लगाकर पकड़ा जिसके बाद नंदनवन ले जाकर वहां प्राथमिक उपचार के बाद तेंदुए की स्थितियों को देखने पर पता चला कि तेंदुआ पूर्णता स्वस्थ था जंगल में अपने प्राकृतिक शिकार को करने में सक्षम नजर आया जिसके बाद वहां के अधिकारियों ने इसे छत्तीसगढ़ में किसी प्राकृतिक घने जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया और सबसे उपयुक्त स्थान तलाशा गया जिसमें जिले के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व को चुना गया दरअसल इसके लिए ऐसे स्थान की तलाश थी जहां लोगों का गांव काफी दूर हो पानी की भी व्यवस्था हो खाने के लिए पर्याप्त शिकार मौजूद रहे और इसके लिए उदंती से अच्छा और कोई विकल्प अधिकारियों को नहीं मिला


Conclusion:निर्णय के बाद तेंदुए को बड़े पिंजरे से पकड़कर छोटे पिंजरे में डालने के लिए चार बंदरों को तेंदुआ पकड़ने के पिंजरे के दूसरी ओर रखा गया लालच में आकर तेंदुआ दूसरी बार पिंजरे में कैद हुआ इसके बाद वन्य जीव विशेषज्ञ पिंजड़े में तेंदुआ लेकर नंदनवन से गरियाबंद पहुंचे यहां टाइगर प्रोजेक्ट के कार्यालय में कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद उसे उदंती इलाके में ले जाया गया यहां लोगों से दूर एक इलाके को चिन्ह अंकित कर वहां ले जाने के बाद पहले बंदरों को आजाद किया गया जिसके बाद बीती रात लगभग 12:00 बजे तेंदुए के पिंजड़े का दरवाजा खोलते ही उसने महज 2 सेकंड में ऐसी छलांग लगाई की फिर मुड़ कर पिंजरे की ओर नहीं देखा कुल मिलाकर ऑपरेशन तेंदुआ अाजाद सफल रहा


तेंदुए एक को छोड़ने के विजुअल ई-मेल से भेजा हूं
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