गरियाबंद: कोरोना वायरस को खत्म करने देश का हर नागरिक किस तरह जी जान से जुटा हुआ है इसकी एक बानगी गरियाबंद में भी देखने को मिली. किसी तरह गुजर-बसर करने वाले गरीब लोग भी कोरोना महामारी को खत्म करने में लगे हुए हैं.
पटेल दंपत्ति का योगदान:
अमलीपदर के संतोष पटेल वॉल पेंटिंग का काम करते हैं और उनकी पत्नी टेलरिंग का काम करती हैं पर फिलहाल दोनों ही अपने स्तर पर कोरोना वायरस को खत्म करने में लोगों की मदद कर रहे हैं. संतोष कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव की जानकारी दीवारों पर लिखकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं तो वहीं उनकी पत्नी भारती कपड़ों के मास्क बनाकर जरूरतमंदों को निशुल्क बांट रही हैं. संतोष अब तक 20 से ज्यादा गांवों में वॉल पेंटिंग कर जागरूकता संदेश दे चुके हैं. उनकी पत्नी भारती भी लगभग 200 से ज्यादा मास्क तैयार कर गांववालों में बांट चुकी हैं.
स्कूल टीचर ललिता तिवारी की मदद:
गोहरापदर की ललिता तिवारी जो पेशे से टीचर हैं और लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद होने से घर पर ही हैं. लेकिन संकट की घड़ी में ललिता भी देश के साथ खड़ी हैं. दिन भर सिलाई कर ललिता मास्क तैयार कर रही हैं और लोगों को बांट रही हैं. इस काम में उनके पति भी उनकी पूरी मदद करते हैं. घर के कामों को खत्म करने के बाद ललिता रोज 4 से 5 घंटे सिलाई कर मास्क बनाती हैं, अब तक 700 से ज्यादा मास्क तैयार कर ललिता देश को बचाने में एक बड़ा योगदान दे रही हैं.
कोरोना को हराना है
देश में फैली कोरोना महामारी से निपटने के लिए गरियाबंद के लोग लगातार सामने आकर अपना सहयोग दे रहे हैं. राजनीतिक पार्टी, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े लोग मदद को तो आगे आ ही रहे हैं लेकिन गरीब तबके के लोग भी पीछे नहीं हटे हैं और बढ़-चढ़कर कोरोना वायरस के दानव को खत्म करने में लगे हुए हैं.