गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के हर जिले में वायरल फीवर का वायरस दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. ऐसा ही एक मामला जिले के एक गर्ल्स हॉस्टल में सामने आया है. यहां रहकर पढ़ाई करने वाली 12 छात्राएं वायरल फीवर की चपेट में आ गई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया.
बता दें कि जिस दौरान गर्ल्स हॉस्टल में रह रही पहले पांचों छात्राएं वायरल फीवर से पीड़ित थीं, इसी दौरान अधीक्षिका शिखा छुट्टी पर चली गई. चपरासी और पड़ोसियों की मदद से एक बच्ची के परिवारवालों को बुलाया गया, जिसके बाद पांचों बच्चियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
आदिवासी समाज के लोगों ने फोन पर मामले की शिकायत कलेक्टर से की, जिसके बाद अपर कलेक्टर छात्रावास पहुंचे. जहां वायरल फीवर के और भी मरीज मिले. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम छात्रावास पहुंची और वहां मौजूद सभी बच्चों की जांच की गई.
आदिवासी समाज के नरेंद्र ध्रुव तथा अनुज ठाकुर ने जिले के हॉस्टल छात्रावासों की स्थितियों को लेकर विरोध जताते हुए कहा कि 4 दिन पहले पड़ोस के कन्या छात्रावास में बच्ची को सांप ने काटा था तब भी व्यवस्थाएं देखने को मिली. कोई फोन नहीं उठा रहा था अंततः कलेक्टर को सामने आना पड़ा और आज भी जब बच्चे बीमार पड़े तो हॉस्टल अधीक्षक स्वयं बीमार होने के कारण छुट्टी पर थी. नरेंद्र ध्रुव ने यह भी कहा कि जिलेभर में हॉस्टल छात्रावासों की स्थितियां सुधारने की जरूरत है यहां बहुत सारी कमियां हैं, जिसमें ध्यान देने की काफी जरूरत है जो कि हो नहीं पा रहा है.