ETV Bharat / state

नगर सैनिकों ने मांगा पुलिस के बराबर वेतन, राज्यपाल और सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

गरियाबंद में नगर सैनिकों ने अपनी विभन्न मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान बड़ी संख्या में नगर सैनिक मौजूद रहे.

Home gaurds submitted memorandum to collector in gariaband
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
author img

By

Published : Feb 29, 2020, 10:20 AM IST

Updated : Feb 29, 2020, 2:09 PM IST

गरियाबंद: जिले के नगर सैनिकों ने अपनी मांगों के समर्थन में कलेक्टर को राज्यपाल, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. इन सैनिकों ने कलेक्टर को अपनी समस्याएं गिनाई और बताया कि पुलिस के जैसे काम होने के बावजूद महज 13 हजार रुपए ही मानदेय के रूप में मिलता है. इसलिए ये मानदेय बढ़कर 21 हजार 840 रुपए होना चाहिए. वहीं बीते 14 महीने का एरियर भुगतान भी नहीं किया गया है.

नगर सैनिकों ने सौंपा ज्ञापन

महिलाओं को इस ड्यूटी में ज्यादा परेशानी हो रही है. नगर सैनिकों ने बताया कि हॉस्टल में ड्यूटी लगाई गई महिला नगर सैनिकों को 24 घंटा 365 दिन काम करना पड़ता है, क्योंकि एक हॉस्टल में एक ही नगर सैनिक की ड्यूटी लगाई जाती है. जिससे कि उस काम को संभालना एक नगर सैनिक के लिए आसान नहीं होता. ऐसे में यह अपने घर परिवार को भी समय नहीं दे पाते हैं. इसके अलावा नगर सैनिक को मातृत्व अवकाश के लिए महज 3 महीने का समय दिया जाता है. जबकि बाकी पुलिस बल को छह महीने का अवकाश दिया जाता है.

Home gaurds submitted memorandum to collector in gariaband
बच्चों को लेकर पहुंची महिला नगर सैनिक

बच्चों को लेकर पहुंची महिला नगर सैनिक

इस आंदोलन में महिला नगर सैनिक अपने बच्चों को लेकर ज्ञापन देने पहुंची. उन्होंने कहा कि 'हम अपनी ड्यूटी के कारण इन बच्चों को समय नहीं दे पा रहे हैं.'

गरियाबंद: जिले के नगर सैनिकों ने अपनी मांगों के समर्थन में कलेक्टर को राज्यपाल, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. इन सैनिकों ने कलेक्टर को अपनी समस्याएं गिनाई और बताया कि पुलिस के जैसे काम होने के बावजूद महज 13 हजार रुपए ही मानदेय के रूप में मिलता है. इसलिए ये मानदेय बढ़कर 21 हजार 840 रुपए होना चाहिए. वहीं बीते 14 महीने का एरियर भुगतान भी नहीं किया गया है.

नगर सैनिकों ने सौंपा ज्ञापन

महिलाओं को इस ड्यूटी में ज्यादा परेशानी हो रही है. नगर सैनिकों ने बताया कि हॉस्टल में ड्यूटी लगाई गई महिला नगर सैनिकों को 24 घंटा 365 दिन काम करना पड़ता है, क्योंकि एक हॉस्टल में एक ही नगर सैनिक की ड्यूटी लगाई जाती है. जिससे कि उस काम को संभालना एक नगर सैनिक के लिए आसान नहीं होता. ऐसे में यह अपने घर परिवार को भी समय नहीं दे पाते हैं. इसके अलावा नगर सैनिक को मातृत्व अवकाश के लिए महज 3 महीने का समय दिया जाता है. जबकि बाकी पुलिस बल को छह महीने का अवकाश दिया जाता है.

Home gaurds submitted memorandum to collector in gariaband
बच्चों को लेकर पहुंची महिला नगर सैनिक

बच्चों को लेकर पहुंची महिला नगर सैनिक

इस आंदोलन में महिला नगर सैनिक अपने बच्चों को लेकर ज्ञापन देने पहुंची. उन्होंने कहा कि 'हम अपनी ड्यूटी के कारण इन बच्चों को समय नहीं दे पा रहे हैं.'

Last Updated : Feb 29, 2020, 2:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.