गरियाबंद: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होने के बाद से लोग इसकी उपलब्धता को लेकर काफी परेशान थे, लेकिन गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी पार्षदों ने हर निवासी को मास्क उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है. इसके लिए 15 हजार मास्क तैयार करा लिया गया है. 13 अप्रैल से मास्क का वितरण भी शुरू कर दिया गया. घरों में जितने सदस्य हैं, उसके हिसाब से मास्क बांटा गया. जो मास्क बांटे गए, वह सभी रीयूजेबल हैं, यानि उसे फिर से धोकर इस्तेमाल किया जा सकता है.
मास्क अनिवार्य करने पर लिया निर्णय
कुछ दिन पहले राज्य सरकार ने 31 मई तक हर निवासी को घर से बाहर मास्क पहनना अनिवार्य करने का आदेश जारी कर दिया है. इसके बाद मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई की भी तैयारी की जा रही है. ऐसे में बहुत से लोग जो अब तक घरों में हैं, 15 तारीख को अगर लॉकडाउन खत्म नहीं होता है, तो उन्हें बड़ी संख्या में अचानक मास्क की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में न सिर्फ मेडिकल दुकानों में भारी भीड़ जुटने का अनुमान था, बल्कि लोगों के पैसे भी इसमें खर्च होते. गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष ने यहां के प्रत्येक निवासी को रीयूजेबल मास्क बांटने का प्रस्ताव सभी पार्षदों के समक्ष रखा. नगर पालिका अध्यक्ष की इस सलाह पर सभी ने सहमति व्यक्त करते हुए सभी के लिए मास्क बनवाने की तैयारी की.
महिला स्वसहायता समूह को सौंपी निर्माण की जिम्मेदारी
इतने बड़े पैमाने पर मास्क बनाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत होती. महिला स्वसहायता समूह को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से पालिका अध्यक्ष गफ्फार मेमन ने इन्हें 15 हजार मास्क तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी. जिस पर महिला स्वसहायता समूह की ज्यादातर सदस्यों ने अपने-अपने घर पर बैठकर सिलाई मशीन से बेहद जल्दी 15 हजार मास्क तैयार कर लिए.
पार्षदों ने अपने वार्ड में इसका वितरण शुरू कर दिया है. हर घर में जितने सदस्य हैं, उन्हें उतने मास्क निःशुल्क दिए जा रहे हैं, ताकि लोग इस गंभीर बीमारी से अपना बचाव कर सकें.