ETV Bharat / state

गरियाबंद में छाया रहा कोहरा, 6 डिग्री पर पहुंचा पारा

गरियाबंद में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं शुक्रवार की रात गरियांबद का पारा 6 डिग्री हो गया था, जिससे बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं.

author img

By

Published : Jan 11, 2020, 4:18 PM IST

Updated : Jan 12, 2020, 9:25 AM IST

temperature reached at 6 degree
अलाव का सहारा

गरियाबंद: गरियाबंद में ठंड अपने चरम पर है. कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. बीती शुक्रवार की रात इस साल की सबसे ठंडी रात थी जब पारा 6 डिग्री तक गिर गया था. लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए. वनाच्छादित क्षेत्र होने के चलते गरियाबंद इलाके में ठंड शहरी इलाकों से कुछ अधिक पड़ती है. यही कारण है कि यहां लोगों को ठंड से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय करने पड़ते हैं. ठंड जनवरी के समय अपने चरम पर है.

गरियाबंद में छाया रहा कोहरा

अलाव का सहारा
तेज ठंडी हवाओं के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. वहीं लोग इस वक्त स्वेटर के साथ अलाव का सहारा ले रहे हैं. वहीं सुबह जहां पहले 7:30 बजे तक लोग आग तापते नजर आते थे. वही अब 9 बजे तक लोग आग तापते नजर आ रहे थे.

बढ़ेंते मरीज
ठंड के चलते बच्चे और बूढ़ों के बीमार पड़ने कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है. अस्पतालों में भीड़ दिखने लगी है ज्यादातर बच्चे जहां सर्दी खासी बुखार से पीड़ित नजर आ रहे हैं. वहीं बुजुर्ग इसके अलावा हड्डियों में दर्द जैसी तकलीफों से भी परेशान है. वहीं कई लोगों को ठंड बढ़ने के साथ साथ सांस लेने में भी तकलीफ सुबह और शाम के समय होने की बातें सामने आ रही है.

कोहरे के कारण सड़क नहीं आ रहे नजर
वहीं कोहरा के कारण सड़क नजर ही नहीं आती. 2 मीटर के बाद कुछ भी दिखाई नहीं देता ऐसे में लोगों की रफ्तार इतनी कम हो जाती है कि गरियाबंद से रायपुर का सफर जो 2 घंटे में पूरा होता है कोहरे के चलते लोग 4 से 5 घंटे में रायपुर नहीं पहुंच पा रहे हैं. दुर्घटना का डर अलग से बना रहता है.

गरियाबंद: गरियाबंद में ठंड अपने चरम पर है. कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. बीती शुक्रवार की रात इस साल की सबसे ठंडी रात थी जब पारा 6 डिग्री तक गिर गया था. लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए. वनाच्छादित क्षेत्र होने के चलते गरियाबंद इलाके में ठंड शहरी इलाकों से कुछ अधिक पड़ती है. यही कारण है कि यहां लोगों को ठंड से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय करने पड़ते हैं. ठंड जनवरी के समय अपने चरम पर है.

गरियाबंद में छाया रहा कोहरा

अलाव का सहारा
तेज ठंडी हवाओं के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. वहीं लोग इस वक्त स्वेटर के साथ अलाव का सहारा ले रहे हैं. वहीं सुबह जहां पहले 7:30 बजे तक लोग आग तापते नजर आते थे. वही अब 9 बजे तक लोग आग तापते नजर आ रहे थे.

बढ़ेंते मरीज
ठंड के चलते बच्चे और बूढ़ों के बीमार पड़ने कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है. अस्पतालों में भीड़ दिखने लगी है ज्यादातर बच्चे जहां सर्दी खासी बुखार से पीड़ित नजर आ रहे हैं. वहीं बुजुर्ग इसके अलावा हड्डियों में दर्द जैसी तकलीफों से भी परेशान है. वहीं कई लोगों को ठंड बढ़ने के साथ साथ सांस लेने में भी तकलीफ सुबह और शाम के समय होने की बातें सामने आ रही है.

कोहरे के कारण सड़क नहीं आ रहे नजर
वहीं कोहरा के कारण सड़क नजर ही नहीं आती. 2 मीटर के बाद कुछ भी दिखाई नहीं देता ऐसे में लोगों की रफ्तार इतनी कम हो जाती है कि गरियाबंद से रायपुर का सफर जो 2 घंटे में पूरा होता है कोहरे के चलते लोग 4 से 5 घंटे में रायपुर नहीं पहुंच पा रहे हैं. दुर्घटना का डर अलग से बना रहता है.

Intro:गरियाबंद-- गरियाबंद में ठंड अपने चरम पर है कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है बीती रात इस साल की सबसे ठंडी रात थी जब पारा 6 डिग्री तक गिर गया लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए वही सुबह फिर से लोग आग जला कर आग ताप्ते नजर आए,


Body:वनाच्छादित क्षेत्र होने के चलते गरियाबंद इलाके में ठंड शहरी इलाकों से कुछ अधिक पड़ती है यही कारण है कि यहां लोगों को ठंड से बचने तरह-तरह के उपाय करने पड़ते हैं ठंड जनवरी के इस समय अपने चरम पर है और लोग ठंड से सबसे अधिक इस वक्त परेशान चल रहे हैं शाम 5:30 बजे के बाद ठंड अपना कहर दिखाना शुरू कर देती है और तेज ठंडी हवाओं के चलते बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है वही लोग इस वक्त स्वेटर जर्सी कांटोप मफलर हर तरह की गर्माहट देने वाली चीजों के इस्तेमाल के बावजूद ठंड से अपने आप को बचा नहीं पा रहे हैं अलाव का सहारा इस कड़ाके की ठंड से बचने लोगों को केवल अलाव ही साथ दे रहा है ठंड से बचने जहां लोग आग सेकते नजर आ रहे हैं वही खास बात यह है कि अब तक लोग सुबह सवेरे आग तापते थे वहीं ठंड के बढ़ जाने के चलते अब लोगों को घर के अंदर भी गोडसी मैं आग जलाकर घर के अंदर के वातावरण को गर्म करने की जरूरत पड़ रही है वही सुबह जहां पहले 7:30 बजे तक लोगों के आग ताप ते नजारे दिखते थे वही आज 9:00 बजे तक लोग आग तपते नजर आ रहे थे बढ़ेंगे मरीज ठंड के चलते बच्चे और बूढ़ों के बीमार पड़ने कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है अस्पतालों में भीड़ दिखने लगी है ज्यादातर बच्चे जहां सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित नजर आ रहे हैं वहीं बुजुर्ग इसके अलावा हड्डियों में दर्द जैसी तकलीफों से भी परेशान है वहीं कई लोगों को ठंड बढ़ने के साथ साथ सांस लेने में भी तकलीफ सुबह और शाम के समय होने की बातें सामने आ रही है ठंड ने कम की नेशनल हाईवे की रफ्तार रायपुर देवभोग नेशनल हाईवे क्रमांक 130 सी की रफ्तार शाम 6:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक बेहद कम हो जा रही है इसका भी कारण ठंड है क्योंकि कोहरा ऐसा घना छा रहा है कि जहां शुरुआत के कुछ घंटे लोगों को गाड़ी चलाने में तकलीफ आ रही है वही रात 11:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक तो स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि सड़क नजर ही नहीं आती मुश्किल से 2 मीटर के बाद कुछ भी दिखाई नहीं देता ऐसे में लोगों की रफ्तार इतनी कम हो जाती है कि गरियाबंद से रायपुर का सफर जो 2 घंटे में पूरा होता है कोहरे के चलते लोग 4 से 5 घंटे में रायपुर नहीं पहुंच पा रहे उल्टे दुर्घटना का डर अलग से बना रहता है खास बात यह है कि ज्यादातर गाड़ियों में फॉग लाइट अर्थात पीले रंग की लाइट जो कोहरे के समय जलाने पर दूर तक दिखाई दे पाता है वह लगी ही नहीं होती लोगों में इसे लेकर जागरूकता ही नहीं है जिसके चलते दुर्घटना का खतरा और अधिक बना रहता है


Conclusion:बाइट पुनीत सोनि 121 ठंड से जूझ रहे अलाव तापते लोगों के साथ
Last Updated : Jan 12, 2020, 9:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.