गरियाबंद : दर्रीपारा गांव में दंतैल हाथी ने आतंक मचाया है. बताया जा रहा है कि हाथी धमतरी के रास्ते गरियाबंद जिले में प्रवेश किया है.जिसने दर्रीपारा गांव के करीब पहाड़ों पर डेरा डाला हुआ है. लेकिन पहाड़ पर डेरा जमाने से पहले हाथी ने किसान के बाड़ी में घुसकर नुकसान पहुंचाया है.
वनविभाग हाथी को लेकर है मुस्तैद : हाथी के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए वनविभाग के अधिकारी मुस्तैद हैं. इस दौरान वनविभाग ने हाथी मित्र दल की मदद ली जा रही है.वहीं दंतैल हाथी की धमक से पूरे गांव में लोग डरे सहमे हैं. हाथी की आमद को देखते हुए वन विभाग की टीम ने 10 गांवों में मुनादी करवाई है.वहीं ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से रोका जा रहा है ताकि किसी भी कोई अप्रिय स्थिति पैदा ना हो.
दल से बिछड़ा है हाथी : वन विभाग की माने तो जो हाथी गरियाबंद की सीमा में दाखिल हुआ है वो अपने दल से बिछड़ चुका है.यही वजह है कि वो बेहद आक्रमक रुख अख्तियार किए हुए है. ग्रामीणों को हाथी के मूवमेंट के कारण जंगल में जाने से रोका जा रहा है.ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति पैदा ना हो सके.
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एक माह पहले मादा हाथी की हो चुकी है मौत : आपको बता दें कि एक माह पहले ओड़िसा से आए हाथी दल से एक मादा हाथी भटककर गरियाबंद के सिकासेर के जंगलों में पहुंची थी.इस दौरान हथिनी ने काफी आतंक मचाया था. जिसने गरियाबंद के सिकासेर के आसपास कई ग्रामीणों के घरों को निशाना बनाया था और 5 लोगों की जान ली थी. इस मादा हाथी की भूख के कारण मौत हुई थी,मुंह में छाले होने के कारण मादा हाथी ठीक से खा नहीं पा रही थी.वनविभाग ने मादा हाथी की मौत के बाद पोस्टमार्टम में इस बात की पुष्टि की थी.