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पहले थे पुलिस की 'आंख और कान', फिर नक्सली के भेष में देने लगे लूट को अंजाम - फर्जी नक्सली

पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर नक्सलियों के भेष में ठेकेदारों से लूट को अंजाम देने वाले चार बदमाशों के धर दबोचा है.

पुलिस गिरफ्त में फर्जी नक्सली
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Published : May 18, 2019, 7:25 PM IST

Updated : May 18, 2019, 7:40 PM IST

गरियाबंद: पुलिस की टीम ने नक्सली बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश में लगे चार युवकों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि ये चारों पहले पुलिस के गोपनीय सैनिक हुआ करते थे.

फर्जी नक्सली हुए गिरफ्तार


ठेकेदारों से करते थे वसूली
चारों युवकों को पुलिस विभाग ने काम से निकाल दिया था. जिसके बाद ये युवक नक्सली का भेष में तेंदूपत्ता ठेकेदारों से उगाही का काम करने लगे. बता दें कि इन युवकों ने पिछले साल भी कुछ ठेकेदारों से वसूली की थी.


नेटवर्क के बारे में पता लगा रही पुलिस
पुलिस अब इनके नेटवर्क के बारे में पता लगाने में जुट गई है ताकि जिले में अगर ऐसा कोई और गिरोह काम कर रहा हो तो उसपर शिकंजा कसा जा सके. पुलिस इस बारे में जांच कर रही है कि, ये युवक नक्सलियों के नाम पर बैनर-पोस्टर लगाकर दहशत फैलाने का काम तो नहीं कर रहे हैं.


मुखबिर से मिली थी सूचना
गरियाबंद पुलिस अधीक्षक एम.आर.अहिरे को मुखबिर से सूचना मिली कि बिन्द्रानवागढ़ क्षेत्र बोईरबेड़ा जंगल चौकी में कुछ नक्सली देखे गए हैं. जिनके पास कुछ धारदार हथियार और बंदूक है. सूचना के आधार पर टीम बनाकर पुलिस बल को मौके पर सर्चिग के लिए भेजा गया.


चलाया गया सर्च ऑपरेशन
टीम की ओर से बोईरबेड़ा के जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान जंगल के अंदर कुछ लोगों की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर मौके से चार आरोपियों को धर दबोचा. इस दौरान एक आरोपी मौके से भागने में सफल रहा.


हथियार हुए बरामद
आरोपियों से पास से भरमार बंदूक, दो चाकू, दो लाठी मिले जिसे जब्त कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पुछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि 'वे का भेष रखकर जंगल में घात लगाये बैठे थे ताकि कोई तेन्दुपत्ता के फड़ मुंशी पैसा लेकर जाये, तो वो उसे लूट सकें.


दहशत फैलाकर करते थे वारदात
आरोपियों ने बताया कि नक्सलियों के नाम से लोगों में डर का माहौल बनाकर वे अपनी योजना को अंजाम देने के फिराक में थे. हालांकि गरियाबंद पुलिस की सक्रीयता ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.


कोर्ट ने भेजा जेल
पकड़े गए आरोपियों का नाम असगर खान, हरीश कुमार देवांगन, रमेश कुमार ध्रुव , जयप्रकाश ध्रुव बताया जा रहा है. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है.

गरियाबंद: पुलिस की टीम ने नक्सली बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश में लगे चार युवकों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि ये चारों पहले पुलिस के गोपनीय सैनिक हुआ करते थे.

फर्जी नक्सली हुए गिरफ्तार


ठेकेदारों से करते थे वसूली
चारों युवकों को पुलिस विभाग ने काम से निकाल दिया था. जिसके बाद ये युवक नक्सली का भेष में तेंदूपत्ता ठेकेदारों से उगाही का काम करने लगे. बता दें कि इन युवकों ने पिछले साल भी कुछ ठेकेदारों से वसूली की थी.


नेटवर्क के बारे में पता लगा रही पुलिस
पुलिस अब इनके नेटवर्क के बारे में पता लगाने में जुट गई है ताकि जिले में अगर ऐसा कोई और गिरोह काम कर रहा हो तो उसपर शिकंजा कसा जा सके. पुलिस इस बारे में जांच कर रही है कि, ये युवक नक्सलियों के नाम पर बैनर-पोस्टर लगाकर दहशत फैलाने का काम तो नहीं कर रहे हैं.


मुखबिर से मिली थी सूचना
गरियाबंद पुलिस अधीक्षक एम.आर.अहिरे को मुखबिर से सूचना मिली कि बिन्द्रानवागढ़ क्षेत्र बोईरबेड़ा जंगल चौकी में कुछ नक्सली देखे गए हैं. जिनके पास कुछ धारदार हथियार और बंदूक है. सूचना के आधार पर टीम बनाकर पुलिस बल को मौके पर सर्चिग के लिए भेजा गया.


चलाया गया सर्च ऑपरेशन
टीम की ओर से बोईरबेड़ा के जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान जंगल के अंदर कुछ लोगों की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर मौके से चार आरोपियों को धर दबोचा. इस दौरान एक आरोपी मौके से भागने में सफल रहा.


हथियार हुए बरामद
आरोपियों से पास से भरमार बंदूक, दो चाकू, दो लाठी मिले जिसे जब्त कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पुछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि 'वे का भेष रखकर जंगल में घात लगाये बैठे थे ताकि कोई तेन्दुपत्ता के फड़ मुंशी पैसा लेकर जाये, तो वो उसे लूट सकें.


दहशत फैलाकर करते थे वारदात
आरोपियों ने बताया कि नक्सलियों के नाम से लोगों में डर का माहौल बनाकर वे अपनी योजना को अंजाम देने के फिराक में थे. हालांकि गरियाबंद पुलिस की सक्रीयता ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.


कोर्ट ने भेजा जेल
पकड़े गए आरोपियों का नाम असगर खान, हरीश कुमार देवांगन, रमेश कुमार ध्रुव , जयप्रकाश ध्रुव बताया जा रहा है. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है.

Intro:पांडुका थाना के बथरुम मे एक आरोपी ने अपने कमिज से लगाई फांसी ......।प्रकरण में थाना प्रभारी सहित चार अन्य निलंबित ......।मजिस्ट्रेट जांच हेतु पहुंचे......। परिजनों के ना पहुंचने को लेकर पुलिस परेशान कर रही है इंतजार


Body:धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी आटोमोबाइल सेल्समैन ने न्यायालय में पेश करने से पहले शौचालय के रोशन दान में अपनी शर्ट को फंदा बनाकर फांसी लगा ली. मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी सहित 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर न्यायिक जांच के के तहत राजिम के मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचकर स्थितियों की बारीकी से अध्ययन कर चले गए हैं ववं वहीं एफ एस एल टीम का ईन्तजार ह कर रहे हैं वही परिजनों का इंतजार किया जा रहा है जो अभी तक पहुंचे नहीं है लंबे समय से सूचना देने के बाद भी मृतकों का ना पहुंचने को लेकर पुलिस प्रशासन भी परेशान है

जानकारी के अनुसार, पांडुका पुलिस ने जायका ऑटो मोबाइल के सेल्समैन सुनील श्रीवास को धोखाधड़ी के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया था. मंगलवार को न्यायालय में पेश करने से पहले उसने थाना भवन से करीबन 40मीटर दूर स्थित शौचालय के रोशन दान में अपने शर्ट से फंदा बना कर आत्महत्या कर ली. 9 बजे शौच जाने के लिये कहा. वहां पहुंचने के बाद उसने अंदर लोहे के दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया जिसके बाद काफी देर तक नहीं लौटने पर थाना प्रभारी को सूचना दिया गया पुलिस का स्टॉप पहुंचने पर दरवाजे को अंदर से तोड़ा जिसमें उसका पैर लटकते हुए पाया गया जिसके आधार पर उसके पैर को को खींचकर उसे निकाल बाहर निकाला गया ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी शौचालय तक छोड़ने के बाद उसके बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था. लंबे समय बाद भी आरोपी बाहर नहीं निकला, शंका होने पर थाने के अन्य स्टाफ के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया गया. तब तक आरोपी फंदे पर झूल चुका था. मामले की जानकारी मिलने के बाद एसपी एमआर अहिरे समेत आला अफसर पांडुका थाने पहुंचकर जानकारी ली. मौके पर पहुंचे एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी समेत 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं मामले की न्यायिक जांच का आदेश दे दिया गया है
पुलिस के बताए अनुसार, ग्राम लोहरसी, थाना पाण्डुका निवासी सेवक राम साहू (50 वर्ष) पिता बुद्धु राम साहू ने जायका आटोमोबाइल अभनपुर के सेल्समैन सुनील श्रीवास (30 वर्ष) पिता स्व. कमल नारायण श्रीवास के खिलाफ ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. सुनील श्रीवास ने सेवक राम को नई गाड़ी बिना फाइनेंस के दिलाने के नाम पर उसके द्वारा दिए 6,37,000 रुपए को शोरूम में जमा करने की बजाए स्वयं खर्च कर लिया. वहीं पुरानी गाड़ी की फाइनेंस की गई रकम को अपने खाते में ट्रांसफर कराकर जमा नहीं किया.कंपनी की ओर से प्रीमियम जमा करने के लिए कंपनी की ओर जब जब प्रार्थी सेवक राम को ताकीद किया गया तब उसे सुनील द्वारा ठगी करने का पता चला. इस पर सेवक राम के पैसा वापस मांगने पर सुनील उसे घुमाने लगा. इसके बाद सेवक राम के शिकायत दर्ज कराने पर पाण्डुका थाना में धारा 420 के तहत सुनील के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे घेराबंदी कर पकडा गयाConclusion:बाइट---सुखनंदन राठौर एडिशनल एसपी गरियाबंद
Last Updated : May 18, 2019, 7:40 PM IST
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