गरियाबंद: संबलपुर गांव में एक शिक्षक के घर पर जब वन विभाग की टीम ने छापा मारा तो खुद वन विभाग के कर्मचारियों के होश उड़ गए. मौके से इतनी ज्यादा इमारती लकड़ियां निकली कि, 4 घंटे तक वन विभाग के 4 रेंज के 25 से ज्यादा कर्मचारियों को सर्च अभियान चलाना पड़ा. वन विभाग के मुताबिक जब्त लकड़ियों की कीमत ढाई से 3 लाख रुपए है. मौके से 5 से 6 घन मीटर की लकड़ियां पाई गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक 7 अप्रैल को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर काटी दादर मार्ग में रात 10 बजे के बाद एक ट्रैक्टर के जंगल में जाने की सूचना मिली थी, इसके बाद उसी रास्ते पर वन विभाग ने गश्त लगा दी और रात 11:30 बजे जंगल से अवैध कटाई कर लकड़ी लाते समय ट्रैक्टर को मालिक समेत पकड़ लिया. ट्रैक्टर में 92 नग मोटी बल्ली बरामद की गई, जिसके बाद ट्रैक्टर मालिक के घर छापे के लिए सर्च वारंट लिया गया. वहीं गुरुवार की सुबह गरियाबंद सड़क पर सूली छूरा और काष्ठागार रेंज के लगभग 25 वन कर्मचारियों की टीम ने जब शिक्षक के घर पर छापा मारा, तो खुद वन अधिकारियों के होश उड़ गए.
लाखों की लकड़ियां जब्त
इतनी बड़ी मात्रा में अवैध कटाई की लकड़ी गरियाबंद वन मंडल ने कभी जब्त नहीं की थी. लगभग 150 नग चिरान, साल, सागौन और कई बहुमूल्य इमारती लकड़ियां बरामद की गई. लकड़ी काटने के लिए रखा हुआ बड़े आकार का आरा भी बरामद किया गया है. जब्त लकड़ियों की अनुमानित कीमत ढाई से तीन लाख रुपए बताई जा रही है.
शिक्षा विभाग को भी दी जाएगी सूचना
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर क्षेत्र में कई तरह के चर्चे हैं. मौके पर मौजूद रेंजर मनोज चंद्राकर और अरुण कुमार सोम ने बताया कि इसके बाद अब यह पता लगाया जाएगा कि यह लकड़ी कहां-कहां से काटी गई है. साथ ही शिक्षक के घर की बारिकी से तलाशी ली गई है. आरोपी के खिलाफ POR कायम कर कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहीं आरोपी के शिक्षक होने के कारण इसकी सूचना शिक्षा विभाग को भी दी जाएगी.